सैलून में हेयर कट ( Hair cut ) से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए दुकानदार लगातार कड़े नियम बना रहे हैं ताकि कोरोना से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इनमें आधार कार्ड ( Adhar Card ) का साथ रहना अनिवार्य है। साथ ही अब संक्रमण से बचने के लिए छोटे सैलून वाले ग्राहकों से घर से ही तौलिया ( Towel ) लाने को कह रहे हैं।
इतना ही नहीं कई सैलून वाले तो संक्रमण से सुरक्षा को देखते हुए अब लोगों के घर जाकर हेयर कट आदि की सुविधाएं ऑफर कर रहे हैं। कोरोना को लेकर निजी अस्पताल की मनमानी के खिलाफ सरकार सख्त, दे डाली बड़ी चेतावनी
देशभर में तेजी से बदल रही है मौसम की चाल, कई राज्यों में बारिश कर सकती है बेहाल COVID-19 महामारी के बीच चेन्नई में कारोबार फिर से शुरू करने के करीब एक हफ्ते बाद हेयर ड्रेसर ( Hair Dresser ) के एक वर्ग का कहना है कि कई निवासी अब सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घर पर ही बाल कटवाना पसंद करते हैं।
इसके अलावा, कई छोटी नाई की दुकानें अपने ग्राहकों को घर से तौलिया लाने के लिए कह रही हैं।
तमिलनाडु नाई वर्कर्स एसोसिएशन के मुताबिक, शहर में 1 लाख से अधिक नाई की दुकानें हैं।
तमिलनाडु नाई वर्कर्स एसोसिएशन के मुताबिक, शहर में 1 लाख से अधिक नाई की दुकानें हैं।
1 जून से फिर से शुरू की गई दुकानों के बाद, ग्राहकों और कर्मचारियों के बीच COVID-19 संक्रमण को रोकने के लिए उन्हें सुरक्षा उपाय का पालन करने की उम्मीद की गई थी। इन बातों का सख्ती से हो रहा पालन
सभी दुकानों पर ग्राहकों और उनके कर्मचारियों के तापमान की जांच करने, sanitisers, मास्क का उपयोग करने, अपने परिसर को नियमित रूप से कीटाणु रहित करने, आधार कार्ड लेने और ग्राहकों के पते की जानकारी रखने संबंधी सरकार की ओर से अनुशंसित सभी सुरक्षा उपायों का पालन सख्ती से कर रहे हैं।
सभी दुकानों पर ग्राहकों और उनके कर्मचारियों के तापमान की जांच करने, sanitisers, मास्क का उपयोग करने, अपने परिसर को नियमित रूप से कीटाणु रहित करने, आधार कार्ड लेने और ग्राहकों के पते की जानकारी रखने संबंधी सरकार की ओर से अनुशंसित सभी सुरक्षा उपायों का पालन सख्ती से कर रहे हैं।
दुकानदारों का कहना है कि सभी नियमों का पालन करने के बाद भी कई ग्राहक दुकान पर आने से डर रहे हैं। ऐसे में हम उन्हें घर जाकर बाल काटने और अन्य सुधिवाओं का ऑफर दे रहे हैं।
मादीपक्कम स्थित एक दुकानकार पचियाप्पन ने कहा हालांकि दुकान के मुकाबले किसी के घर पर जाकर बाल काटने के लिए ज्यादा राशि भी ली जा रही है। दुकानदार संदीप ने बताया कि हम अपनी दुकानों और घर जाकर बाल काटने के दौरान सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। अगर किसी ग्राहक को बुखार है तो उसे बाल कटवाने से मना कर देते हैं।
दुकान पर, हम डिस्पोजेबल तौलिए, दस्ताने का उपयोग करते हैं और हर बाल काटने के बाद उपकरण को साफ करते हैं। कीमतों में वृद्धि
चूंकि सैलून और नाई की दुकानों को डिस्पोजेबल तौलिए, सैनिटाइजर और अन्य उपकरण खरीदने पड़ते हैं, इसलिए बालों के कटने की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। अब, अधिकांश दुकानें अपनी सेवाओं के लिए 50 फीसदी अधिक शुल्क ले रही हैं।
चूंकि सैलून और नाई की दुकानों को डिस्पोजेबल तौलिए, सैनिटाइजर और अन्य उपकरण खरीदने पड़ते हैं, इसलिए बालों के कटने की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। अब, अधिकांश दुकानें अपनी सेवाओं के लिए 50 फीसदी अधिक शुल्क ले रही हैं।
तमिलनाडु नाई वर्कर्स एसोसिएशन का कहना है कि लॉकडाउन और कोरोना के कारण कई दुकानों पर संकट खड़ा हो गया है। कई कर्मचारियों ने काम पर आना छोड़ दिया है। ऐसे में कामगारों का संकट भी खड़ा हो गया है।