160 किमी प्रतिघंटा होगी रफ्तार ‘ट्रेन 18’ चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा बनाया गया है। यह 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि ‘ट्रेन 18’ मौजूदा शताब्दी एक्सप्रेस के बेड़े के ट्रेनों की जगह लेगी। उन्होंने कहा कि आईसीएफ इस तरह के छह ट्रेनों का सेट तैयार करेगी, जिसमें से दो में शयनयान कोच होंगे। इससे पहले ‘ट्रेन 18’ के जुलाई में शुरू होने वाली थी।
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लेह-मनाली हाईवे पर रोहतांग दर्रे के पास खाई में गिरी स्कॉर्पियो, दो परिवारों के 11 लोगों की मौत …ट्रेन-18 में होंगी ये सुविधाएं नई ट्रेन में यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए कुछ विशेषताएं हैं, जिसमें इंटर-कनेक्टेड पूरी तरह से बंद गैंगवे, स्वचालित दरवाजें, वाई-फाई और इंफोटेन्मेंट, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, जैव-वैक्यूम प्रणाली, मॉड्यूलर शौचालय और घूमने वाली सीटें शामिल हैं।
यह भी पढ़ेंः सबरीमाला मंदिर में बंद हुआ आम लोगों का प्रवेश, बाढ़ के चलते सौ करोड़ का नुकसान इन हाईस्पीड ट्रेनों पर भी हो चुका है काम भारत में बुलेट प्रोजेक्ट भी चल रहा है जिसके 2022 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने सबसे पहले 2014 के रेल बजट में देश के नौ रूटों पर सेमी हाईस्पीड ट्रेनें चलाने का ऐलान किया था। इनमें दिल्ली-आगरा, दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-कानपुर, नागपुर-बिलासपुर, मैसूर-बेंगलुरु-चेन्नई, मुंबई-गोवा, मुंबई-अहमदाबाद, चेन्नई-हैदराबाद और नागपुर-सिकंदराबाद रूट शामिल थे।