उन्होंने किसान से शांतिपूर्ण ढंग से बैठे हुए थे। केंद्र सरकार ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। सरकार को इसमें परिपक्वता दिखानी चाहिए। कानून-व्यवस्था फेल रहे उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने अनुशासित ढंग से प्रदर्शन किया। सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। जब संयम समाप्त हुआ,तब ट्रैक्टर रैली निकाली गई। ये केंद्र की जिम्मेदारी थी कि वो कानून-व्यवस्था संभाले लेकिन वो फेल रहे।
किसान नेताओं की माफी हिंसा को लेकर किसान संगठनों ने माफी मांगी है। संयुक्त किसान मोर्चे के बयान में कहा गया है कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में बड़ी भागीदारी है। इसके लिए हम किसानों का आभार व्यक्त करते हैं। वे उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की निंदा और खेद व्यक्त करते हैं। ऐसे कामों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग करते हैं।