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पत्रिका फैक्ट चेक: सच में दलित महिला के खाना बनाने पर मजदूरों ने थाली लात मारकर फेंक डाली, जानें सच्चाई ?

इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है । इसमें एक शख्स खाने को लात मारकर गिरा देता है और सामने खड़ी महिला पर जोर-जोर से चिल्ला रहा है। सच्चाई ये है कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों से खफा होकर खाने को लात मारकर फेंक दिया।
 

May 24, 2020 / 01:31 pm

Prashant Jha

पत्रिका फैक्ट चेक: क्या सच में दलित महिला ने खाना बनाकर दिया तो मजदूरों ने थाली को लात मारकर फेंक डाली , जानें सच्चाई ?

पत्रिका फैक्ट चेक: क्या सच में दलित महिला ने खाना बनाकर दिया तो मजदूरों ने थाली को लात मारकर फेंक डाली , जानें सच्चाई ?

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर लौट रहे हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से मजदूर बिहार भी लौटे हैं। घर लौट रहे मजदूरों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है । इसमें एक शख्स खाने को लात मारकर गिरा देता है और सामने खड़ी महिला पर जोर-जोर से चिल्ला रहा है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि क्वारंटीन सेंटर पर मेरिट धारी ने दलित महिला के हाथ से बना खाना खाने से इनकार कर दिया। बता दें कि मेरिट धारी शब्द का इस्तेमाल उच्च जाति के लोगों के लिए किया गया है।

क्या है वायरल वीडियो

दरअसल व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विवटर पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मेरिटधारी अगेंस्ट इक्यूलिटी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि मेरिटधारियों ने दलित महिला के हाथ से बना खाना खाने से इनकार कर दिया। ये कैसा एरोगेंस है। खबर लिखे जाने तक वीडियो को 6 हजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया गया है। वहीं 4 लाख 25 हजार से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं। वहीं फेसबुक पर ऑवर नेशन_47 नाम से पेज बनाया गया है। 21 मई की शाम 6:30 बजे एक पोस्ट लिखा गया। जिसमें दावा किया जा रहा है कि शीराज अहमद और भुजोली कुर्द ने दलित महिला के हाथ से बना खाना खाने से इनकार कर दिया।

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https://twitter.com/ganikapudi_/status/1263153324167217157?ref_src=twsrc%5Etfw

क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई

पत्रिका फैक्ट चेक टीम ने जब इस वीडियो की पड़ताल शुरू की तो सच्चाई कुछ अलग ही निकली। वीडियो में स्कूल का नाम और जगह दिख रही है। यह वीडियो बिहार के मधबुनी जिले के मधवापुर का है। जब इससे संबंधित कुछ कीवर्डस सर्च किए तो स्थानीय पोर्ट्लस की कुछ रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक मध्य विधालय साहरघाट में 25 प्रवासी मजदूर क्वारंटाइन में हैं। सेंटर पर खाना बनाने वाली महिला ने खाना बनाकर थाली में परोसकर एक बेंच पर रख दिया। लेकिन वहां कुछ मजदूरों ने बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए एक साथ बैठाकर खाना खिलाने को कहा। महिला ने बैठाकर खाना खिलाने से मना कर दिया। जिसपर कुछ मजदूरों ने गुस्साकर खाना को लात मारकर गिरा दिया और महिला पर तेज-तेज चिल्लाने लगा।

तीन मजदूरों के खिलाफ मामला दर्ज

हालांकि तीन प्रवासी मजदूरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पंकज कुमार राय, मनोज राय और अशोक साहू पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दलित महिला के हाथ से बना खाने को लेकर नहीं , बल्कि कुछ मजदूरों को बैठाकर नहीं खिलाया गया उसको लेकर हंगामा शुरू कर दिया गया।

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