बड़गाम में पत्थरबाजी की घटना इससे पहले बड़गाम में पिछले दिनों प्रदर्शनकारियों ने सेना की गाड़ी पर पथराव किया था। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि सेना की गाड़ी ने युवक को कुचल दिया और अस्पताल में प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। जिसके बाद इलाके में आक्रोश बढ़ गया। इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल पर 2 एफआईआर दर्ज की हैं। श्रीनगर-बडगाम समेत कई जिलों में ऐहतियातन इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
सोशल मीडिया पर समर्थन और निंदा सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने इस घटना की निंदा की । तो वहीं कई ऐसे भी हैं जो सुरक्षाबलों के समर्थन में खड़े हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर महबूबा मुफ्ती सरकार और सुरक्षाबलों पर निशाना साधा। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट में लिखा,’पहले उन्होंने लोगों को जीप के आगे बांधा और आसपास के गांवों में उसकी परेड निकाली। अब वे प्रदर्शनकारियों के ऊपर सीधा जीप चढ़ा रहे हैं। क्या यह आपकी नई मानक प्रक्रिया है, महबूबा मुफ्ती।’ साथ ही उन्होंने लिखा,’संघर्ष विराम का मतलब है बंदूकें नहीं, तो इसलिए जीप का इस्तेमाल किया गया’। वहीं उमर अब्दुल्ला के किए ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों पर हमला करने से निंदनीय काम कुछ नहीं। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां सुरक्षाबलों को अपना सॉफ्ट टारगेट बनाती हैं जबकि उनमें आतंकवादियों को आतंकवादी कहने की हिम्मत नहीं है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में रमजान के पाक महीने में संघर्ष विराम पर रोक लगाने के बाद पत्थरबाजी की घटनाएं बढ़ रही है।