नौकरी पेशा लोगों को सरकार ने दिया तोहफा, अब इतना होगा न्यूनतम वेतन
कम आबादी वाले क्षेत्रीय समूह बेहतरखास इलाकों तक सीमित क्षेत्रीय भाषाओं के छोटे समूह अधिक भाषाएं बोलने में सक्षम पाए गए। 82 फीसदी कोंकणी और 79 फीसदी सिंधी एक से अधिक भाषाओं के जानकार हैं।
52 फीसदी शहरी युवा बोलते हैं एक से ज्यादा भाषाएं
युवा भारत अपनी पुरानी पीढ़ी के मुकाबले अधिक भाषाएं बोलता है। यहां 15 से 49 साल की उम्र की शहरी आबादी 2 भाषाएं बोलती हैं। इसके अलावा हर छठा व्यक्ति तीन भाषाएं बोलता है। शहरी और ग्रामीण भारत में बड़ा अंतर देखने को मिला है। ग्रामीण भारत में 22 फीसदी दो भाषाएं बोलते हैं और 5 फीसदी लोग 3 भाषाएं बोलते हैं।
उर्दू बोलने वाले हैं आगे
सिर्फ उर्दू और पंजाबी भाषा बोलने वाले ही देश में ऐसे हैं जिनकी आधी से अधिक आबादी दो भाषाएं बोल सकती हैं। उर्दू बोलने वाले 62 फीसदी द्वि-भाषी हैं। पंजाबी बोलने वाले 53 फीसदी एक से अधिक भाषाएं बोल सकते हैं।