38 लोगों की अभी तक हुई शिनाख्त दरअसल सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 39 भारतीयों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे तसल्ली है कि जो मैंने वचन दिया था वह पूरा कर रही हूं। सुषमा ने कहा कि मारे गए 39 लोगों में से 27 लोग केवल पंजाब के थे। जबकि हिमाचल के 4 और बिहार के 6 लोगों की पहचान की गई है। अभी तक 38 लोगों की पहचान की गई है। हालांकि एक शव की अभी तक शिनाख्त नहीं हुई है। वहीं आईएस के चंगुल से बचकर निकले हरजीत मसीह ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। जिसपर सुषमा स्वराज ने कहा कि हरजीत मसीह एक व्यक्ति है। हम एक सरकार हैं। हरजीत मसीह की तरह हम कुछ भी नहीं बोल सकते। सुषमा स्वराज ने कहा कि सभी मृतकों के डीएनए सैंपल मैच हुए हैं।
राज्यसभा में सुषमा ने दिया था बयान गौरतलब है कि मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में इराक में 39 भारतीयों की मौत पर बयान दिया था। सुषमा ने इसके पीछे आतंकी संगठन आईएसआईएस का हाथ बताया है। बता दें कि जून 2014 में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के मोसुल शहर पर कब्जा करने के बाद से 39 भारतीय शहर से लापता हो गए थे। केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने इस संबंध में जुलाई में इराक की यात्रा की थी।
शवों को लाया गया बगदाद विदेश मंत्री ने बताया कि 27 जुलाई को राज्यसभा में मैंने यह बात कही थी कि जब तक मेरे हाथ कोई मजबूत सबूत नहीं लगता, मैं उनकी मौत की घोषणा नहीं करूंगी। उन्होंने जानकारी देते बताया कि मरने वाले लोगों के शवों को बगदाद लाकर उनके डीएनए टेस्ट किए और पुष्टि होने पर इसकी सूचना उनके परिजनों को दी गई।
इराक गए थे विदेश राज्य मंत्री बता दें कि सरकार के इराक में तीन वर्ष पहले लापता 39 भारतीयों के परिजनों से डीएनए नमूना मांगने के बाद विदेश राज्य मंत्री वी.के सिंह दोबारा इस मामले में नई जानकारी (अपडेट) के लिए इराक गए थे। विदेश मंत्रालय के अनुसार सिंह का दौरा ‘लोगों से बातचीत करने के लिए’ था। वह इराक में कई तरह के लोगों से मिले थे और वहां लापता 39 भारतीयों के बारे में जानकारी इकट्ठी की थी। लापता भारतीय के रिश्तेदार ने कहा था कि लापता 39 भारतीय के परिजनों से डीएनए नमूना मांगा गया था लेकिन इसका कोई कारण नहीं बताया गया।