बता दें कि दो जनवरी (बुधवार) को तड़के केरल के सबरीमला स्थित अयप्पा मंदिर में 44 और 42 वर्ष की दो महिलाओं ने पुलिस सुरक्षा में मंदिर में प्रवेश किया था। दोनों महिलाओं ने भगवान अयप्पा की प्रार्थना भी की थी। इस बात की पुष्टि सीएम पिनाराई विजयन ने मीडिया से बातचीत में किया था। उन्होंने कहा था कि यह सच है कि महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश किया। उन्होंने कहा था कि पारंपरिक काले परिधान पहने और सिर ढंककर कनकदुर्गा और बिंदु दो जनवरी को तड़के 3.38 बजे मंदिर पहुंचीं थीं। पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों की आशंका के कारण दोनों महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई है। लेकिन मंदिर में प्रवेश करने के बाद से महिलाओं को धमकियां मिलीं हैं। इन धमकियों की वजह से दोनों की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया है। इस बात को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दोनों महिलाओं को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश केरल सरकार को दिया है।