हर बार अलग-अलग रूपों में नजर आने वाले तेज प्रताप यादव ने इस बार कन्हैया का रूप धरा। शनिवार की आधी रात में वे किशन कन्हैया बन गए। बांसुरी भी बजायी और कृष्ण के रूप में बाल गोपाल की पूजा की।
तेज प्रताप के साथ-साथ रांची के अस्पताल में इलाज करवा रहे लालू प्रसाद यादव ने भी जन्माष्टमी की त्योहार मनाया।
दुनिया छोड़ने से पहले अरुण जेटली एम्स में कर गए ये बड़ा काम कभी शिव तो कभी कान्हा तेज प्रताप यादव का राजनीति से ज्यादा मन भक्ति में लगता है। यही वजह है कि आए दिन वे एक नए अवतार में नजर आते हैं। इस जन्माष्टमी पर भी तेज प्रताप यादव ने कन्हैया का रूप धरा।
पटना में लालू के लाल तेजप्रताप ने श्रीकृष्ण का रूप धरा और अपने सरकारी आवास पर शनिवार की आधी रात में मित्रों और पार्टी नेताओं के साथ जन्माष्टमी की पूजा-अर्चना की। आवास को सुबह से ही सजाया-संवारा गया था। उनकी मित्र मंडली के सदस्य भी देर शाम तक जमा हो गए।
तेजप्रताप ने श्रीकृष्ण की तरह माथे पर मोर का पंख लगाया। मित्रों से मिल-जुल भी रहे थे। पटना इस्कॉन मंदिर के कलाकारों ने इस मौके पर भजन की प्रस्तुति दी। शनिवार की सुबह ही तेजप्रताप ने कृष्ण का रूप धारण कर बंसी बजाते हुए अपनी तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने लोगों को जन्माष्टमी की बधाई दी है।
पोस्ट में तेज प्रताप ने श्रीकृष्ण की भक्ति की कुछ लाइनें भी लिखी हैं। नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की।