Good News: अब India में होगा Russia की Corona vaccine का उत्पादन, भारतीय कंपनियों ने शुरू की बातचीत
प्रत्येक दिन दो हजार श्रद्धालुओं की लिमिट रखी गई
रमेश कुमार के अनुसार पहले सप्ताह में प्रत्येक दिन दो हजार श्रद्धालुओं की लिमिट रखी गई है। इनमें से 10 तीर्थी यात्री बाहरी और शेष 1900 जम्मू और कश्मीर के होंगे। उन्होंने बताया कि एक हफ्ता बाद एक फिर से वैष्णो यात्रा को लेकर समीक्षा की जाएगी, जिसके आधार पर आगे के फैसले लिए जा सकेंगे। इसके साथ ही यात्रा को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन क पंजीकरण के बाद अनुमति मिली मानी जाएग। माता के दर्शन को आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को अपने फोन में ‘आरोग्य सेतु ऐप’ डाउनलोड रखना जरूरी होगा। इसके साथ फेस कवर और सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियमों का भी पालन करना होगा। यात्रा के एंट्री प्वाइंट पर सभी तीर्थ यात्रियों की थर्मल जांच होगी। आपको बता दें कोरोना महामारी में भीड़ लगने से बचने के लिए इस बार यात्रा के लिए यात्रा पंजीकरण खिड़की को बंद रखा गया है।
Ms dhoni ने International cricket को कहा अलविदा, Amit Shah बोले- दुनिया मिस करेगी Helicopter shot
मूर्ति या धार्मिक किताब लेकर जाने की इजाजत नहीं
देश में कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus in india ) की वजह से बंद माता वैष्णों ( Vaishno Devi Yatra ) के दरबार को फिर एक बार खोल दिया गया है। हालांकि सरकार माता वैष्णों समेत जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) के सभी धार्मिक स्थलों को एक स्टैंडर्ड ऑफ प्रोटोकॉल ( SOP ) के तहत खोलने की घोषणा की। जम्मू-कश्मीर सरकार ( Government of Jammu and Kashmir ) ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश ( Union Territory ) में धार्मिक स्थलों/पूजा घरों को 16 अगस्त से खोला जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने यह भी कहा कि धार्मिक स्थलों ( Religious places ) में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को आरोग्य सेतू ऐप ( Arogya Setu App ) का इस्तेमाल करना आना चाहिए। यही नहीं इस दौरान मूर्तियों को छूना व अपने साथ कोई मूर्ति या धार्मिक किताब लेकर जाने की इजाजत नहीं होगी।