जानकारी के मुताबिक उक्त महिला मुंबई एयरपोर्ट पर परीक्षण के दौरान कोरोना पीड़ित पाया गया था। जांच के दौरान एयरपोर्ट अधिकारियों ने जरूरी मुहर लगाई थी जिसे महिला ने घर पहुंचकर मिटा लिया और किसी को आने की जानकारी नहीं दी।
Coronavirus: आज पीएम मोदी ‘मन की बात’ में COVID-19 पर करेंगे चर्चा, ट्वीट कर दी जानकारी इतना ही नहीं 45 की यह महिला 20 मार्च को 37 यात्रियों के साथ सऊदी अरब से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंची थी। वहां से ट्रेन के जरिए बरेली और उसके बाद पीलीभीत पहुंची थी। जब इस बात की जानकारी गांव के प्रधान को मिली तो उसने प्रशासन को बताया। जिसके बाद उस महिला की जांच की गई तो उसके कोरोना पाॅजिटिव होने की पुष्टि हुई। महिला के साथ ही उसके बेटे को भी परीक्षण में संक्रमित पाया गया।
coronavirus सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रजिस्ट्री ऑफिस 15 अप्रैल तक के लिए बंद दोनों को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद पीलीभीत के डीएम वैभव श्रीवास्तव ने महिला के खिलाफ पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। लेकिन जिस तरह से महिला ने कोरोना से पीडि़त और विदेश से आने की बात छुपाई उससे आशंका जताई जा रही है कि महिला आसपास के गांव और इलाके में जितने लोगों से मिली होगी उनमें भी संक्रमण फैल सकता है।