चीन ने सख्ती से अमरीका को दी हिदायत, कहा गतिविधयां के लिए स्वतंत्र अमरीका अमरीकी नौसेना समय-समय पर इस जलमार्ग में अपनी गतिविधयों के लिए स्वतंत्र रही है। वह इस क्षेत्र में चीन के किसी भी दावे को नहीं मानती है।चीन ने यहां पर अपने हवाई अड्डे और कई प्रोजेक्ट शुरू कर रखें हैं। इस तरह वह क्षेत्र में अपना प्रभुत्व कायम करना चाहता है। मैटिस ने कहा है कि वह इस जलमार्ग का इस्तेमाल अपने व्यवसाय के लिए भी करता है और इसका हक अन्य देशों को भी उतना ही है।
अमरीका ने किया नौसेना परीक्षण दक्षिण चीन सागर में अमरीकी विमान पिछले एक हफ्ते से अपने आॅप्रेशन में जुटे हुए है। विवादित द्वीप पर परमाणु से सक्षम बमवर्षक उड़ान भरने के बाद बीजिंग ने अमरीका की तीखी आलोचना की थी। वहीं इसके जवाब में पिछले हफ्ते,पेंटागन ने एक समुद्री अभ्यास में चीन को भेजा अपना निमंत्रण खींच लिया था। इसे लेकर चीन में ने काफी नाराजगी जाहिर की थी। बीजिंग दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के विरोध के बावजूद अधिकांश संसाधन समृद्ध दक्षिण चीन सागर पर अपने दावे को मजबूत करने के लिए कृत्रिम द्वीप बना रहा है। इसके पड़ोसी राष्ट्रों को डर है कि चीन कहीं इस क्षेत्र में अपना अधिपत्य न जमा ले।