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पहले ही थी हत्या की आशंका
बता दे कि पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या की आशंका पहले ही जताई जा चुकी थी। जमाल के अचानक गायब होने की वजह से सऊदी अरब पर पूरी दुनिया का दबाव बढ़ रहा था। पहले तो अरब सरकार ने इस मामले में पल्ला झाड़ने का प्रयास किया और बयान जारी करते हुए कहा कि जमाल खुद ही वहां से चले गए थे। फिर बाद में मामले की गंभीरता से जांच का भरोसा दिया। वहीं, अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस मामले पर अरब सरकार से बातचीत की थी।
टॉर्चर करने के बाद हत्या
अब इस हत्याकांड से जुड़े कई नए तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के दूतावास में जमाल खाशोगी को पहले बुरी तरह टॉर्चर किया गया। इसके बाद बड़ी ही बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई। लेकिन जब ये सब उनके साथ हो रहा था, तब उनकी आवाज उनकी एप्पल वॉच के जरिए फोन और आई क्लाउड पर रिकॉर्ड हो गई थी। तुर्की की अख़बार का दावा है कि इस वॉच में उन सभी लोगों की आवाज रिकॉर्ड हो गई , जो उस समय जमाल की हत्या में शामिल थे। बता दें कि इससे पहले ही जमाल खाशोगी के सऊदी अरब कॉन्सुलेट में जाने का वीडियो सामने आ चुका है।
शव के किए कई टुकड़े
वहीं, द सन का दावा है कि जमाल को पहले तो 15 लोगों की एक टीम ने मिलकर खूब टॉर्चर किया। इसके बाद उनके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। वॉशिंगटन पोस्ट की मानें तो हत्या से जुड़े जो भी सबूत सामने आए हैं, उसके अनुसार ऑडियो में जमाल खाशोगी की चीखें सुनाई दे रही हैं। उनकी आवाज के साथ दूसरे शख्स की आवाज भी सुनी जा सकती है। इस ऑडियो में वे लोग अरबी में बात कर रहे हैं।
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डिलीट की गई कई ऑडियो फाइल
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जमाल खाशोगी का फोन उनकी मंगेतर के पास था। इसमें घटना स्थल की सभी आवाजे रिकॉर्ड हो गई थी। टॉर्चर के दौरान हत्यारों को इस एप्पल वॉच का पता लगा, जिसके बाद बदमाशों ने उसे कई अलग-अलग पासवर्ड डालकर खोलने की कोशिश की, लेकिन जब वे कामयाब नहीं हो पाए तो उन्होंने इसे जबर्दस्ती जमाल खाशोगी के फिंगरप्रिंट से खोला। खोलने के बाद उन्होंने इसमें कुछ ऑडियो फाइल्स को डिलीट कर दिया।