उधर, अमेरिका में इन दिनों टॉरनेडो तूफान कहर ढा रहा है। भीषण तूफान के चलते सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। दक्षिणी लुइसियाना समेत कई इलाकों में भारी बारिश, 150 मील प्रति घंटे की तेज हवाओं के चलते विशालकायी पेड़ धराशाही हुए हैं। नेशनल वेदर सर्विस ( NWS ) के मुताबिक, ईएफ-3 टॉरनेडो तूफान काफी तबाही मचाई है।
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तूफान के चलते एक लोगों की मौत की खबर है, वहीं 9 लोग घायल हो गए। नेशनल वेदर सर्विस ( NWS Alert ) ने कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिणी राज्यों में कई तूफान अलग-अलग समय पर सक्रिय हो सकते है। इसके लिए लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
NWS के अनुसार अमेरिका में कई छोटे-बड़े टॉरनेडो आने की आशंका बनी हुई है। कई जगह तूफान तबाही भी मचा सकता है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहना होगा। पश्चिम कोलंबिया, टेक्सास, टीसबर्ग, मिसिसिपी इलाकों में तूफान ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
Cyclone Amphan in India: भारत में अम्फान को लेकर मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। ओडिशा के तटीय इलाकों में एनडीआरएफ ( NDRF ) की टीमें तैनात की गई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवाती तूफानों में पिछले 20 वर्षों में यह सबसे भीषण चक्रवात है।
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इसके साथ 270 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इससे पहले तूफानों की ऐसी रफ्तार शायद ही देखने को मिली हो। मौसम विभाग का कहना है विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) में डॉपलर वेदर रडार (DWR) की मदद से सुपर साइक्लोन अम्फान पर लगातार ट्रैक किया जा रहा है।