दरअसल, स्विट्जरलैंड के स्वास्थ्य नियामक स्विसमेडिक ने ऑनलाइन वैक्सीन ( Fake Corona Vaccine ) खरीदने के खतरे की चेतावनी जारी की है। इसमें बताया गया है कि इंटरनेट पर फर्जी कोरोना वायरस वैक्सीन बेचे जा रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्विसडेमिक ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कोरोनो वायरस के टीके की मांग बढ़ रही है। ऐसे में अपराधी इसका फायदा उठाने की कोशिश में हैं और कई आपराधिक संगठन व व्यक्ति ऑनलाइन नकली वैक्सीन बेच रहे हैं।
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बयान में आगे कहा गया है कि अवैध दवाओं व टीकों और विशेष रूप से कोरोना टीकों से जुड़े अपराध स्वास्थ्य और आबादी के जीवन के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। स्विसमेडिक ने जोर देते हुए कहा कि चूंकि वैक्सीन को बनाने और रखने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं।
वैक्सीन को चिकित्सा पेशेवर द्वारा तैयार किए जाने के बाद एक सिरिंज के साथ इंजेक्ट किया जाता है और उन्हें अक्सर एक कोल्ड स्टोरेज में सही तापमान में रखा जाता है। ऐसे में इसे ऑनलाइन नहीं बेचा जा सकता है। ऐसे में अब स्विटजरलैंड की सरकार ने ऐहतियातन चेतावनी जारी की है और कहा है कि सावधान रहें।
कई देशों में कोरोना टीकाकरण शुरू
आपको बता दें कि दुनिया के कई देशों में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है। अमरीका, ब्रिटेन, चीन, रूस आदि देशों में व्यापक संख्या में लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी।
सभी देशों में प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है। सबसे पहले डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, फ्रंटलाइनट कोरोना वर्कर्स को कोरोना टीका दिया जा रहा है। वहीं इसके बाद बुजुर्गों और फिर वायरस से सबसे अधिक प्रभावित उम्र के लोगों को दिया जा रहा है।
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हालांकि कोरोना का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद से इस वैक्सीन के प्रभाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि कई जगहों पर ये देखने को मिला है कि टीका लेने के बाद पीड़ित का स्वास्थ्य बिगड़ गया और कई ऐसी खबरें भी सामने आई है जिसमें कोरोना वैक्सीन का टीका लगाने के बाद मरीज की मौत हो गई।
ब्रिटेन में सबसे पहले कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया था, जो कि पहले के तुलना में 70 फीसदी अधिक संक्रामक है। अब ब्रिटेन के अलावा स्विट्जरलैंड, डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडल, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर आदि दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए स्ट्रेन सामने आए हैं।