वाशिंगटन। प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें ईरान के साथ तनाव को कम करने में मदद करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि मध्यस्थता के प्रयास में वह पहले ही ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ बात कर चुके थे। न्यूयॉर्क में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बैठक के बाद उन्होंने राष्ट्रपति रूहानी से बात की थी, लेकिन वह अभी इसमें ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। सिवाय इसके कि वह कोशिश कर रहे हैं और मध्यस्थता कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने किया ऐलान-पाकिस्तान से बातचीत पर परहेज नहीं लेकिन पहले हो आंतकियों पर कार्रवाई तेहरान और वाशिंगटन के बीच तनाव परमाणु समझौता तोड़ने के बाद शुरू हुआ। ट्रंप ने 2015 के परमाणु समझौते को छोड़ दिया था और इसके बाद ईरान के साथ उसका तनाव बढ़ गया। हाल ही में अमरीका ने 14 सितंबर को सऊदी अरब के दो तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमले का ईरान को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा है कि वे इस बात का सबूत पेश करेंगे।
कश्मीर का राग अलापा पाक पीएम इमरान ने कहा कि न्यूयॉर्क पहुंचने से पहले वह सऊदी अरब गए थे और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से बात की थी। उन्होंने रूहानी से बात करने के लिए भी कहा था। जब राष्ट्रपति ट्रंप से इमरान खान की टिप्पणी के बारे में पूछा गया,तो उन्होंने कहा कि प्रीमियर मध्यस्थता करना चाहेंगे। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं और एक मौका है कि ऐसा हो सकता है।