यह भी पढ़े: त्रासदी: कैंप में शामिल 34 छात्रों के शव चर्च के मलबे में मिले, पिछले कई दिनों से थे लापता अस्थिरता को खत्म करने की कोशिश करेंगे 58 वर्षीय सालीह ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कहा कि मैं इराक की एकता और सुरक्षा की रक्षा करने का वादा करता हूं। उन्होंने कहा कि इराक की अस्थिरता को खत्म करने के लिए वह भरसक प्रयास करेंगे। गौरतलब है कि इराक में अभी भी आतंकियों के हमले हो रहे हैं। आतंकी संगठन आईएस को कुचलने के बावजूद अभी आतंकी संगठन यहां पर हमले कर रहा है। नई सरकार से उम्मीद लगाई जा रही है कि वह अमरीका और अन्य ताकतवर शक्तियों से मिलकर अस्थिरता को खत्म करने की कोशिश करेंगे।
अंतरिम सरकार का हिस्सा रहे सद्दाम हुसैन को हटाए गए 2003 के आक्रमण के बाद सालीह अमरीका द्वारा अंतरिम सरकार का हिस्सा थे। वह कुर्दिस्तान सरकार में प्रधानमंत्री नौरी मालीकी के अधीन उपप्रधान मंत्री के पद पर बने रहे। हालांकि, हुसैन के मुख्य समर्थक, केडीपी नेता मसूद बरज़ानी ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसदीय वोट को खारिज कर दिया क्योंकि राष्ट्रपति पद के लिए एक कुर्द उम्मीदवार होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार केडीपी से आना चाहिए क्योंकि यह सबसे बड़ी कुर्द पार्टी थी। बरज़ानी इराकी कुर्दिस्तान के लिए आजादी पर पिछले साल के जनमत संग्रह के वास्तुकार थे। मतपत्र में भाग लेने वाले 90% से अधिक कुर्दों ने आजादी का समर्थन किया लेकिन इराक के सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक बताया।