पाकिस्तान में भीषण बस हादसा, दो बसों की टक्कर में 19 की मौत एर्दोआन का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब सऊदी अरब के अधिकारियों ने माना है कि इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हुए एक ‘झगड़े’ में खशोगी की मौत हो गई। राष्ट्रपति ने इस्तांबुल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि- ‘हम यहां इंसाफ तलाश रहे हैं और सच का खुलासा हो जाएगा। यह मामूली कदमों से नहीं बल्कि पूरे सच के जरिए होगा।’
उधर, खशोगी की मौत के मामले में अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब तक की सबसे तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि- सऊदी अरब पूरी तरह से झूठ बोलता है। सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदिल अल-जुबैर ने खशोगी के मारे जाने को ‘बड़ी गलती’ करार दिया और कहा कि यह ऐसे लोगों का ‘शैतानी अभियान’ था जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी की सीमा से आगे बढ़कर ऐसा काम किया और इसके बाद मामले को ‘दबाने की कोशिश की।’
तूफान और भारी बारिश से बेहाल हुआ कतर, कई इलाकों में बाढ़ जुबैर ने एक इंटरव्यू में जोर देकर कहा कि वली अहद मोहम्मद बिन सलमान ने खशोगी को मारने और फिर ‘मामले को दबाने’ के आदेश नहीं दिए थे। उन्होंने कहा कि- ‘हमें नहीं पता कि शव कहां है।’
एर्दोआन अब तक सीधे तौर पर सऊदी अरब को जिम्मेदार नहीं बता रहे। उन्होंने इस मामले में ट्रंप से फोन पर बातचीत की। एक रिपोर्ट में तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि खशोगी मामले में ‘हर पहलू पर’ स्पष्टीकरण की जरूरत है।
रिपोर्ट के अनुसार- एर्दोआन मंगलवार को तुर्की की संसद में इस संबंध में बयान दे सकते हैं। तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि 2 अक्टूबर को दो विमानों में सवार होकर इस्तांबुल पहुंचे सऊदी अरब के 15 लोग खशोगी की मौत से जुड़े हैं। जबकि सऊदी अरब ने इस बात को खारिज किया। सऊदी अरब का कहना है कि जिन 15 लोगों के बारे में कहा जा रहा है, उनमें एक की मौत कई साल पहले कार हादसे में हो चुकी है