एंटीगुआ के पीएम गैस्टन ब्राउन ने कहा है कि मेहुल चोकसी को पहले यहां की नगारिकता मिली हुई थी। लेकिन अब इसे रद्द कर उसे भारत को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि वह किसी भी अपराधी को अपने देश में सुरक्षा नहीं देंगे। गौरतलब है कि चोकसी को भारत वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण प्रक्रिया मार्च में शुरू हुई थी। मेहुल चोकसी की रिपोर्टों पर सरकार के सूत्रों का कहना है कि भारत एंटीगुआ की नागरिकता को रद्द करने की आंतरिक प्रक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा है। इसके तुरंत बाद प्रत्यर्पण प्रक्रिया अलग से शुरू हो सकती है।
सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान ने खोला दिल, 463 भारतीयों के लिए जारी किया वीजा पीएम गैस्टन ब्राउन के अनुसार,अब एंटीगुआ में मेहुल चोकसी पर किसी तरह का कानूनी रास्ता नहीं बचा है, जिससे वह बच निकले। इसलिए उसकी भारत वापसी लगभग तय है। मेहुल चोकसी पीएनबी स्कैम में मुख्य आरोपी नीरव मोदी का बिजनेस पार्टनर और रिश्ते में उसका मामा है। पिछले लंबे समय से वह भारत छोड़कर एंटीगुआ में रह रहा था। उसने एक वीडियो जारी कर खुद को एंटीगुआ का नागरिक भी बताया था।
सेहत का हवाला देकर भारत आने से किया इनकार फरार हीरा कारोबारी ने अपनी सेहत का हवाला देते हुए जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया है। बीते दिनों अदालत में दाखिल एक हलफनामे में मेहुल चोकसी ने कहा कि वह अपनी सेहत के कारण देश से बाहर है। वह चाहता है कि जांच में शामिल हो, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से यात्रा करने में असमर्थ है।
ईरान मुद्दे पर ट्रंप का यू टर्न! अमरीका के सामने ‘इमेज’ बचाने की चुनौती ईडी ने कहा-कोर्ट को गुमराह कर रहा चोकसी वहीं,
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का कहना है कि मेहुल कोर्ट को गुमराह कर रहा है। उसने कहा कि मेहुल चोकसी को जांच में शामिल होने का कई मौका दिया गया, लेकिन वह शामिल नहीं हुआ। चोकसी ने दावा किया है कि उसकी 6,129 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, जो गलत है। मुंबई हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपना लिया है. हाईकोर्ट ने चोकसी से कहा है कि वह स्वास्थ्य संबंधी जांच के पेपर्स मुंबई के सरकारी जेजे हॉस्पिटल भेजे।
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