आतंकवादियों का सोशल मीडिया कनेक्शन
अकबरुद्दीन ने UN में वैश्विक आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए इसमें की भूमिका पर चिंता जताई। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना सीमापार से होनेवाले आतंकवाद को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बोको हराम, अलकायदा, लश्कर-ए-तैयबा जैसे वैश्विक आतंकी संगठन अब अपनी विचारधारा को फैलाने के लिए सोशल मीडिया जैसी वैश्विक नागरिक मंचों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सीमापार से ही क्षेत्र को दहला देते हैं आतंकी
संयुक्त राष्ट्र और शंघाई सहयोग संगठन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अकबरुद्दीन ने वैश्विक आतंकवाद की चुनौतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के द्वारा घोषित किए गए आतंकी संगठन जैसे ISIS, अल कायदा, अल-शहबाब, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद बोकोहराम जैसे संगठन अपने अधिक क्षेत्र में सीमापार से बैठे-बैठे आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने के लिए ये संगठन साइबरस्पेस और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म का दुर्रुपयोग कर रहे हैं।’
तीन महीने बाद पाकिस्तान ने फिर से शुरू की भारत के लिए डॉक सेवा, पार्सल पर अब भी रोक
बिना नाम लिए ही पाकिस्तान के खिलाफ उगला जहर
हालांकि, इस दौरान यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम तो नहीं लिया, लेकिन उन्होंने उदाहरण के तौर पर जिन संगठनों के नाम लिए उनमें से कई पाकिस्तानी संगठन हैं। अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन पाकिस्तान में काफी सक्रिय हैं। ये संगठन भारत में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं।