दरअसल, यह मामला मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र स्थित बीरपुर वरियार का है। बताया जा रहा है कि हाल ही में पतंग उड़ाने को लेकर दो पक्षों में विवाद खड़ा हो गया था। उस दौरान एक पक्ष ने दलित के घर में घुसकर युवक और उसके परिवार के लोगों को बुरी तरह पीटा था। इस हमले में दलित परिवार के युवक रोहित को गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने उसे नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
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मदरसों में अब किए जा सकेंगे वोकेशनल कोर्स, खुलेंगे एनआईओएस सेंटर, छात्रों से नहीं लगेगी फीस आरोप है कि इसके बाद पीड़ित परिवार दबंगों के खिलाफ तहरीर दर्ज कराने मूढापांडे थाने में गया था, लेकिन वहां उन पर ही दबाव बनाते हुए भगा दिया गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने दूसरे पक्ष से मिलीभगत करते हुए उनके खिलाफ ही केस दर्ज करा लिया। अब पुलिसकर्मी दलित परिवार को धमका रहे हैं और गिरफ्तारी के लिए घर में दबिश दे रहे हैं। यही वजह है कि दलित परिवार दबंगों और पुलिस कार्रवाई के डर से पलायन करने को मजबूर है। पीड़ित परिवार के साथ पूरे समाज ने घरों के बाहर मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए हैं।
सीएम पोर्टल पर भी की शिकायत पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमें गांव के दबंगों से डर है। वह कभी भी हमारे परिवार पर हमला कर सकते हैं। पीड़ित परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस परिवार के लोगों को जेल भेजना चाहती है। मूंढापांडे के थानाध्यक्ष ने दबंग से मिलकर केस दर्ज किया है। पीड़ित परिवार के ज्ञान सिंह ने एसएसपी और सीएम पोर्टल पर शिकायत करते हुए मदद की मांग की है। वहीं, इस मामले में थानाध्यक्ष का कहना है कि पतंग को लेकर विवाद नहीं है। विवाद बाग से अमरूद तोड़ने को लेकर था। दलित परिवार के युवकों ने दूसरे पक्ष के साथ मारपीट की थी। पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दलित पक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं।