मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घर छोड़कर गई लड़की के पिता, भाई और कई चाचाओं ने मिलकर नाबालिग से बलात्कार किया। आरोप है कि 29 जून को नाबालिग के माता-पिता को चेतावनी दी गई कि अगर उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो वह उनकी बेटी को मार देंगे। साथ ही नाबालिग को कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया और उसे 4 जुलाई को ही रिहा किया गया।
उधर, मामले में एएसपी (ग्रामीण) विद्या सागर मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि लड़की ने अपने साथ हुई आपबीती को बयां करते हुए पुलिस में तहरीर दी है। जिसके आधार पर एफ़आईआर दर्ज की गई। दोनों ही परिवार एक-दूसरे को कई वर्षों से जानते हैं। पीड़िता का बड़ा भाई घटना के अभियुक्त की बेटी के साथ घर से भाग गया था, तभी से दोनों परिवारों के लोगों के बीच बातचीत खराब हो गई। मामले की निष्पक्ष ढंग से जांच की जा रही है। साथ ही नामजद अभियुक्तों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं। इनके अलावा घर से भागे प्रेमी युगल को भी खोज रहे हैं।
27 जून को लड़की लेकर भागा था युवक रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग के पिता ने बताया कि उनका बेटा 27 जून को अभियुक्त की बेटी के साथ कहीं चला गया था। जिसके बाद अगले दिन अभियुक्त कुछ लोगों के साथ उनके घर आया और मुरादाबाद में अमरोहा रेलवे स्टेशन के नज़दीक एक घर में मुझे, मेरी पत्नी और बेटी को जबरदस्ती यह कहकर ले गया कि उन लोगों को उनके बेटे की तलाश करने के लिए ले जाया जा रहा है। आरोप है कि अमरोहा में उन तीनों को बुरी तरह पीटा गया और उनके सामने ही उनकी नाबलिग बेटी से बलात्कार किया गया। आरोप है कि इसके बाद एक अभियुक्त ने उनकी बेटी से शादी कर ली और बेटी को अपने पास ही रखकर हमें वहां से भगा दिया। उन्होंने 29 जून को पुलिस में शिकायत भी दी, आरोप है कि शुरुआत में पुलिस ने कुछ नहीं किया। बाद में जब बेटी घर लौटी तो पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म सहित पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया।