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अजीत सिंह से ठाकुरद्वारा में तिकुनिया चौराहे पर अज्ञात बदमाशों ने आंखो में मिर्च डालकर जेवरों और नगदी से भरा बैग लूट कर फरार हो गए थे। जिसके बाद पूरे जनपद में हडकंप मच गया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो उसे आज एक महीने सात दिन बाद सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले इस्लाम मुखिया,अकील टेढ़ा,शब्बू,अकरम खान और
कृष्ण कुमार उर्फ़ के के को गिरफ्तार किया है।
ऐसे बनी थी लूट की प्लानिंग पुलिस के मुताबिक इस घटना को अंजाम देंने के लिए मास्टर माइंड इस्लाम मुखिया है। उसी के घर डिलारी में लूट की वारदात को अंजाम देने की योजना बनी। लूट किससे और कब होनी है इसका जानकारी शब्बू ने दी। वह मुगलपुरा में रहता था और अक्सर स्थानीय ज्वैलर्स से जेवर गिरवी रखकर उधार लेता था। इसलिए उस पर कर्जा भी हो गया था। उसे ही ज्वैलर्स की बातों से पता चला कि पंजाब से एक व्यापारी सोने चांदी के जेवर सप्लाई करता है। और यहां से पैसा लेकर जाता है। उसे लूटने से काफी माल मिल सकता था।
इसके बाद इस्लाम मुखिया ने योजना बनाई और आकिल टेढ़ा को लूट करने और गाड़ी करने की जिम्मेदारी दी। जबकि छिपने के लिए खुद के यहां बताया। फिर आकिल टेढ़ा पांच फरवरी को ठाकुरद्वारा जाकर पूरी
रेकी करके आया। उसके बाद छह फरवरी को वारदात देकर ये सब छुप गए।
ऐसे खुला राज एसपी देहात उदय शंकर सिंह ने बताया कि इनकी प्लानिंग में ये सब शामिल था। लेकिन आज हमें सुराग मिला की कुछ लोग लूट का माल स्थानीय ज्वैलर्स को बेचने और उसकी कीमत निकलवाने आ रहे हैं। तभी इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इस्लाम मुखिया तीन दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था। और आते ही इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। जबकि आकिल टेढ़ा भी लूट के मामले में जेल जा चुका है।