बड़ी खबर: यूपी के इस शहर में पानी होगा महंगा, सीवर इस्तेमाल पर भी चुकाने पड़ेंगे पैसे ये महिलाएं लाइनपार के चाउ बस्ती इलाके की रहने वाली हैं, जो परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर घर बैठ कर सिलाई, कड़ाई व बुनाई के कार्य कर पैसा कमा रहीं हैं। इस काम को शुरू करने के बाद से उनका आर्थिक तंगी का दौर समाप्त हो चुका है और अब उनके बच्चे भी स्कूल जाते हैं। साथ ही घर में खुशहाली भी रहती है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की शुरुआत उर्मिला देवी ने की। पहले उन्होंने खुद व फिर आसपास की महिलाओं के साथ घर में ही हाथ के काम सिखाए। करीब बीस साल पहले उन्होंने इसकी शुरुआत की और इसे आगे ले जाने के लिए पांच वर्ष पूर्व इसका रजिस्ट्रेशन कराया। दानू प्रशिक्षण संस्थान के नाम से शहर के लाइन पार इलाके के चाऊ की बस्ती में इस संस्थान से अब तक एक हजार से अधिक महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
अजब-गजब। पहाड़ों की लकड़ी को तराश कर ये बन गया अनोखा आर्टिस्ट-देखें वीडियो उर्मिला देवी के साथ ही पुष्पा शुक्ला और अनीता चौहान भी जुड़ गयीं। इन लोगों ने पहले खुद सीखा, फिर औरों को सिखाने के साथ ठीकठाक पैसे भी कमा रहीं हैं। अनीता कहती हैं कि सरकार को शराब पर पाबंदी लगानी चाहिए ताकि निचले तबके की महिलाओं के परिवार ढंग से चल सकें। महिला तो मेहनत करती है, लेकिन शराब की वजह से उनके पति उन्हें परेशान करते हैं। वे इस काम के लिए उर्मिला देवी को धन्यवाद भी देती हैं। सबसे खास बात यह है कि इस महिला संगठन ने किसी से कोई सहायता नहीं ली। बल्कि आपसी सहयोग से एक दूसरे का सहारा बनीं। जिस कारण आज इनके पास से सीखकर 1000 से ज्यादा महिलाएं अपना परिवार चलाने में स्वयं सहयोग कर रहीं हैं।