फिजूलखर्ची डीजल कम खर्च करने से रुकेगी न कि पानी से
– शहर के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को दिया ज्ञापन- कहा आयुक्त की हिटलरशाही से शहर के लोग परेशान, अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पा रही है पानी की सप्लाई
फिजूलखर्ची डीजल कम खर्च करने से रुकेगी न कि पानी से
मुरैना. नगर निगम आयुक्त के एक घंटे सुबह शाम पानी की सप्लाई के आदेश से शहर के लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। इसके विरोध में शहर के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर नरोत्तम भार्गव को जनुसनवाई में ज्ञापन दिया। लोगों ने कहा कि एक घंटे में बस्ती के अंतिम छोर तक पानी की सप्लाई नहीं पहुंच पाती है। अगर आयुक्त को फिजूलखर्ची रोकनी ही हैं तो नगर निगम में पानी की तरह खर्च किए जा रहे डीजल पर रोक लगाएं, पानी पर नहीं। पानी आम लोगों की आवश्यकता है, डीजल से जो लोग जेब भर रहे हैं, उन पर लगाम लगाएं।
ज्ञापन में कहा है कि सडक़, बिजली, पानी आम जनता के लिए मूलभूत सुविधाएं होती है। चाहे वो प्रदेश सरकार हो अथवा नगरीय निकाय वह भी जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसले लेते है। परन्तु मुरैना नगर निगम आयुक्त द्वारा आम जनता को दरकिनार करते हुए हिटलरशाही तरीके से मुरैना शहर के आम नागरीकों को एक घंटे जलप्रदाय करने का जो आदेश दिया है। वह जनता के हित को अनदेखा करते हुए जारी किया गया है। कमिश्नर ने तर्क दिया है कि इससे जल का अपव्यय हो रहा है। परन्तु ऐसा कहीं नहीं हो रहा है। क्योंकि शहर की आम जनता एक घण्टे में अपना घरेलू उपयोग का पानी भी नहीं भर पा रही है। जिससे आम जनता अपने आप को जल समस्या से परेशान महसूस कर रही है। जबकि ऐसे निर्णय जल बचाने के लिए भीषण गर्मी के समय लिये जाते है। समाजसेवी महेश भारद्वाज ने कहा कि नगर निगम आयुक्त द्वारा यदि फिजूल खर्ची रोकना है तो एक अधिकारी तीन चार वाहन चला रहा है, उसमें हो रही डीजल की खपत को रोका जाए और अधिकारियों के बंगले में बोर लगे हैं, वह बोर वाहन धोने के लिए घंटों चलाए जाते हैं, पानी की बड़ी मात्रा में बर्बादी हो रही है, उस पर रोक लगाएं। जनता के हितों पर अतिक्रमण न करें। शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि कमिश्नर ने अपने आदेश में संशोधन नहीं किया तो शहर की जनता के साथ कांग्रेस आंदोलन करेगी। ज्ञापन देने वालों में गणेशपुरा, केशव कॉलोनी, गांधी कॉलोनी, परशराम नगर, महावीर पुरा, आफीसर कॉलोनी सहित अन्य बस्तियों के लोगों में महेश भारद्वाज, दीपक शर्मा, हरीश पाठक, संजय उपाध्याय, जितेन्द्र घुरैया, रामनरेश सिंह, परमानंद डंडोतिया, योगेश जोशी, बल्लू डंडोतिया, महेश गुप्ता, सुनील सिकरवार आदि शामिल रहे।