Pati Patni Aur Woh Review : पुरानी कहानी में कॉमेडी का तड़का, घरवाली और बाहरवाली के बीच फंसे कार्तिक
अगर आप इस सप्ताह जमकर मनोरंजन करना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए ही है। इंसान के जीवन के सबसे बड़े रिश्ते पति-पत्नी को लेकर बनाई गई यह फिल्म दर्शकों को खूब हंसाएगी….
समय — 128 निर्देशक — मुदस्सर अजीज कलाकार — कार्तिक आर्यन, भूमि पेडणेकर, अनन्या पांडे, अपारशक्ति खुराना और अन्य रेटिंग — चार अरुण लाल अगर आप इस सप्ताह जमकर मनोरंजन करना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए ही है। इंसान के जीवन के सबसे बड़े रिश्ते पति-पत्नी को लेकर बनाई गई यह फिल्म दर्शकों को खूब हंसाएगी। बेहतरीन कहानी, अ’छी सिनेमेटोग्राफी, अच्छे डायलॉग, सभी कलाकारों की बेहतरीन अदाकारी और शानदार निर्देशन से यह फिल्म इस वर्ष की सबसे अच्छे फिल्मों में अपनी जगह बनाने जा रही है। 1978 में बनी बीआर चोपड़ा की “पति पत्नी और वो” के कलाकारों संजीव कुमार, विधा सिंन्हा और रंजीता की कहानी की तरह ही कार्तिक आर्यन, भूमि और अनन्या पांडे की तिकड़ी लोगों को हंसाते हुए संबंधों को जीना सिखाएगी।
कहानी कहानी कानपुर के चिंटू त्यागी (कार्तिक आर्यन) की है। जो अपने प्रोफेसर पिता के अनुशासन में पले-बढ़े और सरकारी इंजीनियर बन गए। माता-पिता के कहने पर वेदिका (भूमि पेडणेकर) से शादी कर लेता है। बचपन से ही पिता के अनुशासन में पले चिंटू का दाम्पत्य जीवन सुख से चल रहा था। शादी के तीन साल बाद तपस्या( अनन्या पांडे) को देखकर चिंटू का मन डोलता है और फिर शुरू होता है, घरवाली, बाहर वाली का किस्सा। इस सब में शामिल है चिंटू के बचपन का दोस्त फहीम रिजवी (अपारशक्ति खुराना), जो उसी के ऑफिस में काम करता है। वह चिंटू को रोकता है, पर उसका साथ भी देता है। इसके बाद की कहानी में जोरदार और मजेदार मोड़ हैं। पूरी कहानी जानने के लिए फिल्म देखनी होगी।
ओवरऑल फिल्म के डायरेक्टर और लेखक ने मुदस्सर अजीज ने इस फिल्म को एंटरटेनमेंट के मामले में पुरानी फिल्म के मुकाबले में ला खड़ा किया है। यह फिल्म न केवल मजेदार कॉमेडी है, बल्कि संबंधों को कैसे जिया जाए यह भी सिखाती है। सीक्वल होने के बावजूद नए माहौल में ढली हल्की-फुल्की कहानी लोगों के मन को छूने में सफल हुई है। सिनेमेटोग्राफी अ’छी है। संवाद आपको लोट-पोट करेंगे। कार्तिक आर्यन, भूमि पेडणेकर और अनन्या पांडे, अपारशक्ति खुराना और अन्य कलाकारों ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। बेहतरीन निर्देशन के चलते यह फिल्म सोचने पर भी मजबूर करेगी। वेदिका का दमदार किरदार लोगों को याद रहेगा। तपस्या के रूप में अनन्या पांडे की सुंदरता और एक्टिंग भी दर्शकों को खूब लुभाएगी। दोस्त के रूप में अपारशक्ति खुराना के संवाद और हावभाव लोगों को मस्त करने में सक्षम हैं। फिल्म देखने के कुछ समय बाद तक हर किरदार दर्शक के मन पर छाया रहेगा। वेदिका का डॉयलॉग “अगर तुम्हें कोई कहे कि तुम्हारे चेहरे की मुस्कान अ’छी है तो याद रखो कि कौन है, जिसके चलते तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान है।” लोगों के कान के साथ दिल को भी छूते हैं। कुल मिलाकर मनोरंजन से भरपूर, मजेदार और पैसा वसूल फिल्म। इस सप्ताह बॉक्स ऑफिस पर पति पत्नी और वो का जादू छाया रहेगा।