मतगणना के बाद सामने आए परिणाम से एक बात तो सामने आ गई है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति नजरिए में बदलाव आ रहा है। जो महिलाएं अब तक घर के चूल्हे चौके तक सिमटी हुई थीं, वो अब राजनीति के क्षेत्र में भी दिलचस्पी दिखाने लगी हैं। इसमें उनके परिवार का सहयोग भी मिल रहा है। गांव के विकास की चाह लेकर चुनाव मैदान में उतरने वाली महिलाओं के हाथों मतदाताओं ने गांव के विकास की बागडोर सौंपी है। अब महिलाएं घर ही नहीं गांव की सरकार भी चलाएंगी।
मवई जनपद के 16 जनपद पंचायत, 52 ग्राम पंचायत, 796 पंच, नैनपुर जनपद के अंतर्गत 23 जनपद पंचायत, 74 ग्राम पंचायत, 11 सौ 5 पंच, बिछिया जनपद के अंतर्गत 23 जनपद पंचायत, 71 ग्राम पंचायत, 11 सौ 42 पंच का निर्वाचन हुआ है। जिले के सभी नो जनपद की बात करें तो सरपंच 490 पद के लिए 1436 महिलाओं ने नमांकन भरा था वहीं पुरुषों की संख्या 1350 रही।
तीसरी बार सरपंची की बागडोर
बिछिया विकासखंड के ग्राम पंचायत लफरा के मतदाता एक ही परिवार के सदस्यों को चार पंच वर्षीय से पंचायत की जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। एक बार जहां तुलसी मरावी सरपंच रहे वहीं उनकी पत्नी विमला मरावी 40 वर्ष की उम्र में तीसरी बार सरपंच बनने वाली हैं। इनके कार्यकाल में क्षेत्र में विकासकार्य भी दिख रहा है। यही कारण है कि लोगों ने एक बार फिर इन्हे सरपंच की बागडोर संभाली है। विमला का कहना है कि पूर्व में जो भी कार्य छूट गए हैं उन्हे पूर्ण करेंगी। इसके साथ ही ग्राम पंचायत को मॉडल ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करेंगी।
बीना आर्मो 43 वर्ष की उम्र में कांसखेड़ा ग्राम पचांयत से लगातार दूसरी बार सरपंच बनी है। बीना का कहना है कि घर की जिम्मेदारी के साथ गांव के विकास की जिम्मेदारी निभा रही है। आगे भी गांव के विकास के लिए जो कार्य महत्वपूर्ण उन्हें करवाएंगी। मतदाताओं ने जिस तरह से दूसरी बार उन पर भरोसा जताया है तो आगे भी विश्वास बनाए रखते हुए विकास कार्य को अहमियत देंगी।
दिव्यांगता को मात देकर 21 वर्ष में बनी सरपंच
बिछिया जनपद के ग्राम पंचायत खटोला में निर्वाचन के पहले मतदान की स्थिति साफ हो गई है। यहां 21 वर्षीय दयावती मरावी ने लगभग 219 मतो से बढ़त पाई है। दयावती एक हाथ व एक पैर से दिव्यांग है। दयावती शिक्षित भी है एमएससी की पढ़ाई पूर्णं कर ली है। परिजनों व लोगों ने हौसला बढ़ाया तो उन्होंने सरंपच का चुनाव लड़ने की ठानी और पहले सरपंच रह चुकी महिला को हराकर सरपंच बनी है।