गुप्ता ने कर्मचारियों को दिए एक संदेश में कहा कि हमारे समर्पित क्षेत्र कर्मचारी/अधिकारी मुंबई उपनगर का पूरा भूगोल जानते हैं और हमने पानी को रोकने के लिए कई उपाय भी किए हैं, पर कोई ठोस परिणाम नहीं मिल सका है। मैं चाहता हूं कि पानी को रोकने के लिए बेहतर उपाय किए जाने की जरूरत है। यदि कोई समूह ट्रेक पर पानी आने के कारण और उससे बचाव का तरीका बताता है तो हम उसे इनाम देंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महाप्रबंधक की यह पहल प्रशंसनीय है लेकिन सेंट्रल रेलवे की समस्याएं वेस्टर्न से अलग हैं। यहां यदि मीठी नदी ओवरफ्लो हो जाती है, तो कोई भी उपाय ट्रैक पर पानी आने से रोक नहीं सकता है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बदलापुर और कल्याण जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निमार्ण कार्य हो रहा है, जिसमें जरूरी सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं,इसके चलते पानी रेलवे पटरियों पर आ रहा है। ऐसे में इस समस्या का हल रेलवे कैसे खोज सकता है?