महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने बारामती में एक रैली में कहा कि उन्होंने अभी तक राजनीति में गरिमा बनाए रखने के लिए अपने परिवार के किसी भी सदस्य के बारे में बात नहीं की है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) प्रमुख अजित पवार ने मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अगर मैंने अपना मुंह खोला, तो मेरे परिवार के कुछ सदस्य किसी को अपना चेहरा दिखाने के लायक नहीं रहेंगे। वे अब की तरह घूम-फिर नहीं पाएंगे।”
एनसीपी में बगावत के बाद डिप्टी सीएम अजित दादा की चाचा शरद पवार, चाची सरोज पाटिल, भतीजे युगेंद्र और रोहित पवार ने आलोचना की है। जबकि पवार परिवार के अधिकांश सदस्य 83 वर्षीय वरिष्ठ पवार के साथ खड़े है।
अजित पवार ने कहा, “मेरे भाइयों ने कभी भी मेरे साथ चुनाव में यात्रा नहीं की। लेकिन अब, वे ऐसे घूम रहे हैं जैसे कि उनके पैरों में पहिये लग गए हों।” उन्होंने कहा, “क्या आप (सुप्रिया सुले के लिए प्रचार कर रहे परिवार के सदस्य) चुनाव खत्म होने के बाद भी ऐसे ही घूमेंगे? उस समय अजित पवार और उनके कार्यकर्ताओं के अलावा बारामती में कोई नहीं दिखेगा।”
पवार ने कहा कि उनके खिलाफ प्रचार करने वाले रिश्तेदार बरसात के मौसम में उगने वाले मशरूम की तरह हैं। मतदान का मौसम खत्म होते ही वे गायब हो जाएंगे और विदेशी देशों का दौरा करते नजर आएंगे।”
बता दें कि बारामती के सियासी अखाड़े में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और बहू सुनेत्रा पवार (अजित पवार की पत्नी) के बीच सीधी टक्कर होगी। पुणे की छह विधानसभा क्षेत्रों में से बारामती और इंदापुर पर अजित पवार गुट का कब्जा है, दौंड और खंडकवासला पर बीजेपी का और भोर व पुरंदर पर कांग्रेस का कब्जा है।