पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को बड़ी राहत, 840 करोड़ के भ्रष्टाचार मामले में CBI ने दी क्लीन चिट
हाल ही में अंबेडकर ने एमवीए के साथ गठबंधन नहीं होने की पुष्टि करते हुए राज्य की 8 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए। लेकिन एमवीए के नेता अभी भी अंबेडकर से फिर विचार करने के लिए कह रहे है। उधर, एआईएमआईएम छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) समेत राज्य की छह सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।महाराष्ट्र में तीसरे गठबंधन की सुगबुगाहट
इस बीच, एआईएमआईएम के महाराष्ट्र प्रमुख इम्तियाज जलील ने बड़ा बयान दिया है। औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने कहा है कि प्रकाश अंबेडकर के साथ गठबंधन के लिए उनके दरवाजे अभी भी खुले हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रकाश अंबेडकर को एआईएमआईएम के साथ आना चाहिए और राज्य में एक नया समीकरण बनाना चाहिए।
2019 में थे साथ, फिर दरार
2019 के लोकसभा चुनाव में एमआईएम और वंचित बहुजन अघाडी ने एक साथ चुनाव लड़ा था। दोनों दलों ने अपनी पकड़ वाली सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। तब छत्रपति संभाजीनगर से इम्तियाज जलील जीते, जबकि कई जगहों पर ओवैसी और अंबेडकर के प्रत्याशी दूसरे और तीसरे नंबर पर थे। लेकिन, खुद प्रकाश अंबेडकर अकोला सीट से हार गये। बाद में यह गठबंधन टूट गया और उसके बाद पिछले पांच साल में दोनों दल एक बार भी साथ नहीं आईं।