scriptLonar Crater Lake: महाराष्ट्र की मशहूर लोनार झील का होगा कायाकल्प, शिंदे- फडणवीस सरकार खर्च करेगी 370 करोड़ रुपये | Lonar Lake 370 crore sanctioned for conservation of Lonar Crater Shinde-Fadnavis cabinet approved | Patrika News

Lonar Crater Lake: महाराष्ट्र की मशहूर लोनार झील का होगा कायाकल्प, शिंदे- फडणवीस सरकार खर्च करेगी 370 करोड़ रुपये

locationमुंबईPublished: Jul 27, 2022 05:27:53 pm

Submitted by:

Dinesh Dubey

Lonar Lake News: कुछ साल पहले प्रसिद्ध लोनार झील के पानी का रंग बदलकर गुलाबी हो गया, जिससे आम लोगों के साथ-साथ वैज्ञानिक भी हैरान हो गए। विशेषज्ञ इसकी वजह लवणता और जलाशय में शैवाल की मौजूदगी को मान रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस झील के पानी का रंग पहले भी बदला है।

Lonar Lake Lonar Crater

महाराष्ट्र की मशहूर लोनार झील

Shinde-Fadnavis Cabinet Decision On Lonar Lake: महाराष्ट्र की मशहूर लोनार झील (Lonar Lake) के संरक्षण के लिए महाराष्ट् सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। लोनार झील मुंबई से 500 किमी दूर बुलढाणा (Buldhana) जिले में है। यह पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। माना जाता है कि इस झील का निर्माण करीब 50,000 साल पहले धरती से उल्कापिंड के टकराने से हुआ था।
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले लिए हैं। इसके तहत राज्य की नवनिर्वाचित सरकार ने विश्व प्रसिद्ध लोनार झील के संरक्षण के लिए 370 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। लोनार झील विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल है और काफी समय से इसके संरक्षण के लिए सरकार से धन की मांग की जा रही थी। हालांकि अब यह मांग मान ली गई है।
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इसके अलावा कैबिनेट बैठक में ग्रामीण आवास योजना को लेकर अहम फैसला लिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमिहीन लोगों को घर के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इससे बेघर और भूमिहीन लोगों को पक्का घर मिलेगा।

इतनी खास क्यों है लोनार झील?

कुछ साल पहले प्रसिद्ध लोनार झील के पानी का रंग बदलकर गुलाबी हो गया, जिससे आम लोगों के साथ-साथ वैज्ञानिक भी हैरान हो गए। विशेषज्ञ इसकी वजह लवणता और जलाशय में शैवाल की मौजूदगी को मान रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस झील के पानी का रंग पहले भी बदला है।
यह झील अधिसूचित राष्ट्रीय भौगोलिक धरोहर स्मारक है। इसका पानी खारा है और इसका पीएच स्तर 10.5 है। इसकी देखरेख के लिए लोनार झील संरक्षण और विकास समिति गठित की गयी है। करीब 1.2 किलोमीटर के व्यास वाली झील में दुनियाभर के वैज्ञानिकों की भी बहुत दिलचस्पी है।
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