जबकि राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह और वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। जबकि वरिष्ठ बीजेपी नेता व बीजेपी की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्रालय की कमान दी गई है।
राधाकृष्ण विखे पाटिल राजस्व मंत्रालय के साथ डेयरी विकास और पशुपालन मंत्रालय संभालेंगे। सुधीर मुनगंटीवार को वन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। जबकि चंद्रकांत पाटिल को उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्रालय के साथ संसदीय कार्य मंत्रालय सौंपा गया है।
विजय कुमार गावित को आदिवासी मंत्रालय, गिरीश महाजन को ग्रामीण विकास और पंचायत राज के साथ चिकित्सा शिक्षा विभाग दिया गया है। गुलाबराव पाटिल को जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग सौंपा गया है। दादा भूसे को बांध और खनन का जिम्मा सौंपा गया है। जबकि संजय राठौड़ को खाद्य एवं औषधि प्रशासन दिया गया। सुरेश खाडे को श्रम विभाग और उदय सावंत को उद्योग मंत्रालय दिया गया है।
शिंदे गुट में उदय सावंत को उद्योग मंत्रालय दिया गया है, जबकि तानाजी सावंत को सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग दिया गया है। अब्दुल सत्तार कृषि मंत्रालय देखेंगे और दीपक केसरकर को स्कूली शिक्षा मंत्री और मराठी भाषा विभाग दिया गया है। संदीपान भुमरे को रोजगार गारंटी योजना सौंपी गई है, वहीं सार्वजनिक निर्माण, खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय को रवींद्र चव्हाण को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीते मंगलवार को अपने दो सदस्यीय कैबिनेट का विस्तार किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 41 दिनों के बाद 18 मंत्रियों को अपने कैबिनेट में शामिल किया। नए मंत्रियों में नौ शिवसेना के बागी गुट के जबकि नौ बीजेपी के हैं। जबकि अगले महीने फिर से शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार होने की खबर है।