रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन 40 लोकसभा सीटों का बंटवारा फाइनल हुआ है, उसमें से शिवसेना (उद्धव ठाकरे) 15, कांग्रेस 14 और शरद पवार की एनसीपी 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। जबकि वंचित बहुजन अघाडी और राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकरी को एक-एक सीट मिल सकती है।
बता दें कि महाविकास अघाडी में प्रकाश आंबडेकर की वंचित बहुजन अघाडी और राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकरी भी शामिल है। इन दोनों पार्टियों को एक-एक सीट देने पर सहमती बनी है। बताया जा रहा है कि ये दोनों सीटें उद्धव ठाकरे गुट के हिस्से से दी जाएंगी।
महाराष्ट्र में 2019 में एमवीए का गठन हुआ था। एमवीए गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव गुट) शामिल है। जबकि तीनों दल ‘इंडिया’ अलायंस का भी हिस्सा है। राज्य के कुछ छोटे दल भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है।
महाराष्ट्र की जिन आठ लोकसभा सीटों को लेकर खींचतान जारी है, उनमें- रामटेक, हिंगोली, वर्धा, भिवंडी, जालना, शिरडी, मुंबई दक्षिण मध्य और मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट शामिल हैं। दरअसल कांग्रेस मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट की मांग कर रही है। लेकिन 2019 में शिवसेना ने दोनों सीटें जीती थी। इसलिए शिवसेना (यूबीटी) इन दोनों सीटो को छोड़ने को तैयार नहीं है।
महाराष्ट्र की लोकसभा सीटों के बंटवारें को लेकर एमवीए की अगली बैठक 2 फरवरी को होगी। इस दौरान वंचित बहुजन अघाडी सीट आवंटन को लेकर अपना पक्ष रखेगी। अकोला लोकसभा सीट वंचित बहुजन अघाडी के लिए छोड़ा जा सकता है। ऐसे में देखना होगा कि क्या पार्टी इस एक सीट से संतुष्ट होगी या और और सीटों की मांग करेगी।