शिवसेना में बगावत के बीच आदित्य लगातार पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं। इससे पहले सोमवार को कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे आदित्य ने बागियों को ललकारा है। उन्होंने कहा कि अगर थोड़ी भी शर्म बची है तो इस्तीफा दो और चुनाव जीत कर दिखाओ। वे बोले कि बागियों को हराया नहीं तो आदित्य नाम बदल लूंगा। राज्य के सियासी संकट पर बीजेपी की नजर है। हालांकि वह अभी वेट एंड वॉच की भूमिका में है।
गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शिंदे गुट को बड़ी राहत मिली हुई है। शिवसेना के पास मौजूदा समय में विधायकों की पर्याप्त संख्या नहीं है। ऐसे में हो सकता है कि बागी गुट, बीजेपी या फिर राज्यपाल खुद ही फ्लोर टेस्ट करने के लिए कह सकते हैं। इससे पहले खबर यह भी आई थी कि उद्धव ठाकरे दो बार इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन एनसीपी चीफ शरद पवार ने उन्हें रोक लिया।
दूसरी तरफ बागी एकनाथ शिंदे गुट के दीपक केसरकर का कहना है कि हम शिवसेना और बीजेपी की सरकार चाहते हैं। राज्य में अगर अच्छी सरकार आएगी तो अच्छा काम होगा। खबर यह भी सामने आ रही है कि भाजपा सीधे राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट की मांग करने के लिए संपर्क नहीं करेगी।