वहीं रिपोर्ट के अनुसार ईडी के अफसरों का कहना है कि शिवसेना नेता संजय राउत जेल में रहते हुए कॉलम नहीं लिख सकते सकते हैं। अगर वे लिखना चाहते हैं तो अदालत से इसकी परमिशन लें। फिलहाल उन्हें ऐसी कोई इजाजत नहीं दी गई है। राउत फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के केस की जांच को लेकर ईडी की हिरासत में हैं।
गौर हो कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट के सामने यह दावा किया है कि उन्हें कथित 1.17 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का पता चला है जो पूर्व में सामने आए 1.06 करोड़ से अलग है। जांच एजेंसी इस बात का भी पता लगाएगी की राउत ने यह कॉलम लिखा है या नहीं। साथ ही इससे उनका लेना-देना है या नहीं।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना नेता संजय राउत ने सामना में संपादकीय के माध्यम से गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी पर हमला बोला था। राज्यपाल ने अपने एक भाषण में कहा था कि गुजराती और मारवाड़ी लोग जब तक मुंबई में हैं इसे आर्थिक राजधानी का दर्जा प्राप्त है। साथ ही उन्होंने कहा था कि गुजराती-मारवाड़ी अगर चले गए तो तो मुंबई में पैसा नहीं बचेगा।
राउत ने कॉलम में महाराष्ट्र के राज्यपालके बयान को लेकर सवाल खड़े किये थे। उन्होंने कहा था कि ‘महाराष्ट्र के स्वाभिमान से किसी ने खेल किया तो मराठी माणुस भड़क उठता है। यह इतिहास है। इसी बीच ईडी आज राउत को कोर्ट में पेश करेगी। माना जा रहा है कि ईडी के अधिकारी कोर्ट से उनकी हिरासत बढाए जाने की मांग कर सकते हैं।