मुंबई

Mumbai Social News : महिलाओं ने यह क्यों कहा, अब हम नहीं बेचेंगे अपने बेटे

प्रेरणा महिला समिति ( Prerna Mahila Samiti ) और पत्रिका समाचार पत्र ( Patrika News Paper ) का संयुक्त पहल
दहेज पर चर्चा, महिलाओं ने कहा दहेज ( Dowry ) रूपी दानव ने समाज को खराब किया
दहेज प्रथा का अंत और उपाय” ( dowry prohibition ) विषय पर खुला चर्चा सत्र

मुंबईDec 10, 2019 / 07:31 pm

Binod Pandey

Mumbai Social News : महिलाओं ने यह क्यों कहा, अब हम नहीं बेचेंगे अपने बेटे,Mumbai Social News : महिलाओं ने यह क्यों कहा, अब हम नहीं बेचेंगे अपने बेटे

कल्याण. प्रेरणा महिला समिति म्हारल और पत्रिका समाचार पत्र के संयुक्त तत्वाधान में “दहेज प्रथा का अंत और उपाय” विषय पर खुला चर्चा की गई। पत्रिका टीम के साथ दहेज प्रथा की रोकथाम पर चर्चा हुई, जिसमें संस्था की महिलाओं ने अपने विचार व्यक्त किए। संस्था की अध्यक्षा सुनीता झा ने कहा कि आज के युवक पढ़े-लिखे हैं, उन्हें समझाया जा सकता है और वह दहेज के प्रति खुद अपने घर वालों को मना करें और समझाए कि यह
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कंचन शर्मा ने कहा कि शादी समारोह में समाज के अंदर जो दिखावा होता है वह बन्द होना चाहिए। पुष्पा मिस्त्री ने कहा कि कोर्ट में शादी करनी चाहिए ताकि दहेज रूपी दानव का अंत हो जाए। उसी तरह भावना पेडणेकर ने कहा कि दहेज लेना मतलब बेटे को बेचने जैसा है। संस्था की कोषाध्यक्ष लक्ष्मी मिश्रा ने कहा कि यह प्रथा बन्द होनी चाहिए और मैं समझती हूं कि एक अभियान चलाकर समाज को जन जागृति करने की आवश्यकता है। प्रियंका सिंह ने कहा कि बच्चों को स्वावलंबी बनाना चाहिए ताकि दहेज की नौबत ही न आए। ज्योति नामक महिला ने कहा कि हमें अपने बच्चों को सिखाना चाहिए दहेज एक अभिशाप है, देना और लेना दोनों अपराध है।
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गीता सिंह ने कहा कि दहेज रूपी दानव ने समाज को गंदा करके रखा है। आजकल बेटों को बेचा जा रहा है। ग्रामीण भागों में तो बकायदे सौदा होता है, इस पर विराम लगना चाहिए। दहेज प्रथा के उपर संस्था की तमाम महिलाओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। खुले चर्चा सत्र में सुनीता झा, किरन सोनार, लक्ष्मी मिश्रा, सुनीता वर्मा, रमा शेखावत, शांती शर्मा, भावना पेडणेकर, आशा सिंह, साधना ठाकुर, ज्योति चोथे, पुष्पा मिस्त्री, प्रियंका सिंह, विनोद कंवर शेखावत, मालती पाल, रूपम झा, सुनीता मिस्त्री, सुमन बाबरा, कंचन शर्मा, कोमल गुरबानी, गीता सिंह, सुषमा ढांकने और सुषमा चतुर्वेदी सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद थी। पत्रिका के इस सराहनीय कार्य और सहयोग के लिए संस्था की ओर अभिनंदन किया गया और तुलसी का पौधा देकर क्षेत्रीय प्रतिनिधि का सम्मान किया गया।
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