scriptखुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज | pmc bank mumbai scam hdil | Patrika News
मुंबई

खुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज

खुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज
रिजर्व बैंक (RBI ) को लिखे पत्र में पीएमसी बैंक(PMC ) के पूर्व एमडी का कबूलनामाडमी खाते खोल कर छिपाई गई कंपनी को दिए कर्ज की जानकारी
 

मुंबईOct 03, 2019 / 01:38 am

Nagmani Pandey

खुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज

खुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज

नागमणि पांडेय

मुंबई. पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद छह राज्यों में फैले बैंक के लाखों खाताधारक परेशान हैं। रिजर्व बैंक की जांच में बैंक में फर्जीवाड़े बाबत चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पता चला है कि रियल एस्टेट कंपनी एचडीआईएल को पीएमसी ने नियमों को ताक पर रखते हुए अरबों रुपए का कर्ज दिया है। एचडीआईएल को दिए गए कर्ज के लिए बड़ी संख्या में डमी खाते खोले गए ताकि किसी को डूबे पैसे के बारे में कुछ पता नहीं चले। पीएमसी बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस की ओर से रिजर्व बैंक को लिखे पत्र में यह खुलासा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि गड़बडिय़ों को भांपते हुए रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक पर ग्राहकों के साथ व्यवहार से रोक लगा दिया है। खाताधारकों को छह महीने में सिर्फ 10 हजार रुपए निकालने की छूट दी गई है। पता चला है कि एचडीआईएल में डूबे पैसे पर पर्दा डालने के लिए बैंक ने हजारों की संख्या में फर्जी खाते खोले। इसके माध्यम से रिजर्व बैंक को गुमराह किया गया है। थामस ने बताया है कि यह जानकारी रिजर्व बैंक से छिपाई गई।
60 से 70 प्रतिशत एनपीए
रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद पूर्व एमडी थॉमस ही नहीं बल्कि पूरे मैनेजमेंट को हटा दिया गया। थॉमस ने पत्र में स्वीकार किया है कि बैंक का कुल एनपीए 60 से 70 प्रतिशत के बीच है। उन्होंने कुबूल किया है कि एचडीआईएल को उसकी पूंजी से अधिक कर्ज दिया गया है। रिजर्व बैंक अभी भी बैंक की बैलेंसशीट खंगाल रहा है।
एचडीआईएल को 6,500 करोड़ कर्ज
थॉमस ने बताया है कि एचडीआईएल समूह को 19 सितंबर तक 6,500 करोड़ से ज्यादा कर्ज दिया गया था। बैंक ने कुल मिला कर 8,880 करोड़ रुपए कर्ज दिया है। इस तरह से देखें तो बैंक के कुल कर्ज का 73 प्रतिशत हिस्सा अकेले एचडीआईएल के नाम था। एचडीआईएल को बांटे गए कर्ज का बड़ा हिस्सा एनपीए घोषित किया गया है यानी बैंक का पैसा डूब चुका है।
97 हजार सहकारी बैंक
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में 97 हजार को-ऑपरेटिव बैंक हैं। इनमें पीएमसी भी एक है। सहकारी बैंकों में 130 करोड़ अरब डॉलर की पूंजी जमा है। केंद्रीय बैंक सिर्फ 54 बड़े सहकारी बैंकों की ही निगरानी करता है।

Home / Mumbai / खुलासा:नियमों को ताक पर रख एचडीआईएल को दिया अरबों का कर्ज

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो