भाजपा के मददगार हैं आंबेडकर राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा की मदद करने के लिए आंबेडकर ने दाऊद का मुद्दा उठाया है। आंबेडकर ने पिछले 25 साल में उसे भारत लाने की चर्चा कभी नहीं की, लेकिन चुनाव आते ही वे इस तरह के सवाल कर रहे हैं। पवार पहले ही अपनी भूमिका साफ कर चुके हैं, जो आरोपी फरार है, उसे शर्तों पर सरेंडर की इजाजत नहीं दी जा सकती है। जिस बात का जिक्र जेठमलानी ने किया था, उस समय सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी थी।
अपरिपक्व नेता हैं आंबेडकर राकांपा के विधायक जीतेंद्र आव्हाड ने कहा कि आंबेडकर ने खुद को चमकाने के लिए यह बयान दिया है, जिस पर लोग हंसेंगे। पवार पर आरोप लगा कर उन्होंने साबित कर दिया है कि वे अभी अपरिपक्व नेता हैं। आंबेडकर को पता नहीं है कि जिन शर्तों पर दाऊद सरेंडर करना चाहता था, उसे कोई भी सरकार स्वीकार नहीं करती। आंबेडकर ने राकांपा प्रमुख पर बेबुनियाद आरोप लगाया है।