मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और संभाजी ब्रिगेड ने बुधवार को पुणे के शिवाजीनगर में श्री शिवाजी प्रिपरेटरी मिलिट्री स्कूल मैदान में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के सामने बैठक की।
संभाजी ब्रिगेड के संतोष शिंदे (Santosh Shinde) ने कहा “राज्यपाल द्वारा मराठा राजा छत्रपति शिवाजी पर दिए विवादित बयान को लगभग एक महीना हो गया है। मराठा योद्धा का अपमान करने के लिए बीजेपी नेतृत्व ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।“
उन्होंने कहा “बीजेपी नेता बार-बार मराठा राजा का अपमान करने वाले बयान दे रहे हैं। छत्रपति शिवाजी का अपमान करने वालों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की जरूरत है। इस प्रकार, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा 13 दिसंबर को सर्वसम्मति से पुणे बंद का आह्वान किया गया है। हालांकि, इस बंद से आम नागरिकों को असुविधा नहीं होगी।
पिछले महीने डॉ अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय (Dr Ambedkar Marathwada University) में अपने भाषण के दौरान कोश्यारी ने कहा था कि शिवाजी महाराज पुराने ज़माने के आदर्श हैं, जबकि आधुनिक समय में अंबेडकर और नितिन गडकरी जैसे लोग आदर्श हैं।” राज्यपाल के इस बयान पर सूबे के राजनीतिक दल तीखी प्रतिक्रिया दे रहे है।