शैक्षणिक वर्ष में चार परीक्षाएं अपेक्षित हैं, लेकिन कॉलेज शुरू न होने के कारण प्रोफेसरों को चिंता सता रही है। जबकि अब तक छात्रों को एक परीक्षा होने की उम्मीद थी, लेकिन अब दीवाली से पहले एक छमाही परीक्षा होना तय माना जा रहा है। दरअसल, गणपति की छुट्टियां, रविवार और सरकारी छुट्टियां अधिक हैं, इसलिए प्रोफेसरों को कोर्स पूरा करने के लिए 60 दिनों से भी कम का समय मिलेगा।
कॉलेज देरी से शुरू होने पर शिक्षा उप निदेशक ने पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए अतिरिक्त घंटे लेने का सुझाव दिया है, जिसका पूरा तनाव प्रोफेसरों और छात्रों पर होगा। वहीं विज्ञान में प्रवेश करने वाले छात्रों को समय की कमी के कारण नुकसान होगा। इसलिए प्रोफेसरों की मांग है कि शिक्षा विभाग 11वीं की प्रवेश प्रक्रिया को जल्द पूरा करे।
केंद्रीय ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा हर साल कॉलेज स्तर पर देरी से होती है। इसलिए छात्रों को शैक्षणिक वर्ष में नुकसान पहुंचाता है। छात्रों के नुकसान को रोकने और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कॉलेज स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन लागू की जानी चाहिए।
– प्रा. शरद गिरमकर, अध्यक्ष, शिक्षक भारती