scriptबच्चे ने की कुछ ऐसी हरकत, पांव में जंजीर बांधकर मां छोड़ आई मदरसे में, पुलिस भी रह गई हैरान | A mother tied her son in the stairs and send Madrasa | Patrika News

बच्चे ने की कुछ ऐसी हरकत, पांव में जंजीर बांधकर मां छोड़ आई मदरसे में, पुलिस भी रह गई हैरान

locationमुजफ्फरनगरPublished: Nov 07, 2017 07:01:02 pm

Submitted by:

Iftekhar

बच्चे के पांव में जंजीर बांधकर रखा था मदरसे में, लेकिन पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

Child

मुज़फ्फरनगर. एक तालीमी मदरसे में एक मासूम बच्चे को जंजीरो से बांध कर रखने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित बच्चा शनिवार को किसी तरह मदरसे की कैद से बाहर निकल आया और जैसे ही वह वहां से बाहर निकला तो उसके लिए फरिस्ता बनकर आये जिला पंचायत सदस्य राकेश वशिष्ठ को बच्चा मिल गया। राकेश ने बच्चे से उसका हाल चाल जाना और उसकी आपबीती सुनी। पीड़ित बच्चे ने उसे आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसे जबरन मदरसे में रखा गया है l बच्चे की बात सुनकर जिला पंचायत सदस्य राकेश वशिष्ठ की मानवता जागी तो वह उसे लेकर चरथावल थाने पहुंचे और मामले की जांच कर बच्चे को इंसाफ दिलाने की मांग की l इसके बाद पुलिस चरथावल पुलिस गांव निरधना पहुंची और पीड़ित बालक के रिश्तेदार को पकड़कर थाने ले आई। उससे पूछताछ के बाद पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि बच्चे की मां ही उसकी शरारतें और हरकतों से तंग आकर जंजीर में बांधकर मदरसे में छोड़ गई थी ।
पति परमेश्वर ने ही पत्नी के साथ किया ऐसा काम, जिसे जानकर कसाई भी हो जाएगा शर्मसार
मामला थाना चरथावल क्षेत्र के गांव निरधना का है। यहां के जिला पंचायत सदस्य राकेश वशिष्ठ को गांव निरधना के बाहर एक बच्चा जंजीरो में जकड़ा मिला। उससे पूछताछ के बाद पता चला कि बच्चा जनपद सहारनपुर के गांव मोहन अंबेटा निवासी साहिल है। इस बच्चे को बंधक बनाकर मदरसे में रखा गया था, जिसको लेकर वह थाना चरथावल ले गए। इसके बाद पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को हिरासत में ले लिया। मामला बढ़ता देख मदरसे के मौलवी जावेद ग्राम प्रधान पति जमशेद हैबतपुर प्रधान फुरकान कस्बे के पूर्व चेयरमैन पति इस्लामुद्दीन समेत दर्जनों लोग थाने पहुंच गए और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने बच्चे साहिल को जिला पंचायत सदस्य राकेश वशिष्ठ की मौजूदगी में उसके परिजनों को सौंप दिया।

धारा 144 के बावजूद सुमित एनकाउंटर पर समाजवादियों का प्रदर्शन, अब नपेंगे आयोजक

इस पर चरथावल थाना प्रभारी गिरीश चंद शर्मा ने बताया कि परिजनों ने खुद ही जंजीर डाली थी, लेकिन मदरसे के संचालक को को इस तरह के कृत्य से बचना चाहिए था। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों को चेतावनी देकर मामले में समझौता करा दिया गया। बच्चे की हरकतों से तंग आकर बेबस मां ने उसे जंजीर में बांधकर तालीम हासिल करने के लिए मदरसे में छोड़ दिया था। कानून बाल अपराध की इजाजत तो नहीं देता। मगर बाद में पता चला कि एक मां की पीड़ा और बेटे को सुधारने की इच्छा के चलते अपने कलेजे पर पत्थर रखकर यह कदम उठाया था, क्योंकि यह क्रूर कदम उठाने वाली मां की आंखों में आंसू थे। गांव और क्षेत्र के लोगों की सलाह पर पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और बच्चे को उसके घर छुड़वा दिया। साथ ही दोनों पक्षों को फिर से ऐसा नहीं करने की हिदायत दी। गांव पहुंची साहिल की मां ने बेटे की तमाम हरकतों को एक-एककर बयां किया। आंखों में आंसू लिए बताया कि बेटे की गलत संगत से तंग आ चुकी हूं। साहिल 12 साल का है, लेकिन उसे नशे की गलत आदत पड़ गई। उसकी इन हरकतों के कारण एक बेबस मां ने मजबूर होकर उसे जंजीरों में जकड़ दिया, ताकि वह सुधर जाए और तालीम के लिए निरधना गांव के मदरसे में छोड़ गई थी। मदरसे में साहिल तालीम हासिल करने के बजाए चकमा देकर बाहर आ गया था।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो