यह भी पढ़ें – पुलिस ने मुठभेड़ के बाद ऐसे दबोचा 25 हजार का इनामी बदमाश- देखें वीडियो परिवार और पति को छोड़ राखी से बनी शहजादी जानकारी के अनुसार 20 साल पहले बिमलेश नाम की महिला को 8 साल की उम्र में बागपत जनपद के बड़ौत रेलवे स्टेशन पर राखी लावारिस हालात में मिली थी। बिमलेश ने राखी से उसके परिवार और घर का पता जानने की कोशिश की, तो उसने कुछ भी पता होने से इनकार कर दिया। ऐसे में राखी के मां- बाप और गांव पता न लगने पर बिमलेश ने उसे अपनी बेटी की तरह घर में पढ़ा लिखाकर बड़ा किया। इतना ही नहीं बिमलेश ने उसकी 12 साल पहले दिल्ली के नजफगढ़ निवासी राजकुमार से हिंदू रीतिरिवाज से विवाह कर दिया।
यह भी पढ़ें – शौच के लिए जा रहे मामा-भांजे को टैंकर ने कुचला, मौके पर हुई दर्दनाक मौत शादी के बारह साल बाद किया अपने परिवार को पहचान ने का दावा बिमलेश ने बताया कि उन्होंने राखी की 12 साल पहले उम्र के हिसाब से दिल्ली के नजफगढ़ निवासी राजकुमार से शादी कर दी। शादी के बाद दोनों को 3 बच्चे हैं। राखी का पति वहीं पर रहेडी लगाता है। इसमें रखी भी उसका साथ देती थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही पति-पत्नी से हुए विवाद के बाद मुजफ्फरनगर पहुंच गई। यहां उसने दावा किया कि मुजफ्फरनगर के थाना तितावी क्षेत्र के गांव जसोई में उसका असली परिवार है। जिससे वह आठ साल की उम्र में बिछड़ गई थी। अब राखी ने दिल्ली से लापता होकर मुजफ्फरनगर के जसोई पहुंच गई। वहां उसने रुकशाना को अपनी मां और महबूब को बहन और शहजाद को भाई बताया है। इतना ही नहीं उसने पति को छोड़कर इन्हीं के साथ रहने की इच्छा जाहिर की है।
यह भी पढ़ें – हथियार लेकर सिर्फ डीजल लूटता था ये गैंग, पुलिस ने ऐसे दबोचा- देखें वीडियो मुस्लिम परिवार ने किया दावा ऐसे गुम हो गई थी शहजादी अपने भाई होने का दावा करने वाली राखी के भाई शहजाद ने बताया कि सर्दियों में राखी उर्फ शहजादी जसोई आई थी। वहां हमारे मामू को देखकर इसने पहचान लिया। इसके बाद उसने बताया कि वह उनकी भांजी है। वो राखी को हमारे घर लेकर आये। यहां उसने सभी को पहचान लिया। जिसके बाद हमें भी विश्वास हो गया है कि सालों पहले ईद के दिन लापता हुई हमारी बहन शहजादी ही राखी है। वहीं अब राखी से शहजादी बनी महिला का कहना है कि मेरा घर वाला मुझे परेशान करता है और मैं यही रहना चाहती हूं।