उन्होंने कहा कि कुछ किसानों को ये कानून ठीक नहीं लग रहा है। देश के कृषि मंत्री और हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इस कानून पर विचार कर रहे हैं। जो आम किसान हैं, वह अपने खेतों में गेहूं बो रहा है। शुगर मिल में गन्ना डाल रहा है और जो दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं वे नेता लोग हैं और कुछ लोग जो पंजाब से आए हैं वह किसान नहीं बल्कि खालिस्तान समर्थक हैं।
विधायक ने कहा कि विपक्ष की दुकानें बंद हो गई हैं। इसलिए उन्होंने कृषि बिल पर राजनीतिक रोटियां सेकने शुरू कर दिया है। विपक्ष के लोग ही इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक नेता और कार्यकर्ता किसानों के साथ हैं।अब हमने स्नातक और शिक्षक में विधान परिषद चुनाव जीते हैं। जिससे विपक्ष घबराया हुआ है।