दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पूर्वी दिल्ली में आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा में मुजफ्फरनगर के निवासी आईबी अधिकारी अंकित शर्मा सहित जिले के दो लोगों की हत्या हुई है, जिसमें थाना बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव इटावा निवासी आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की उपद्रवियों द्वारा हत्या कर उनके शव को नाले में फेंक दिया गया था।
मृतक अंकित शर्मा के भाई ने दिल्ली के आम आदमी पार्टी के एक पार्षद पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनका भाई अंकित ड्यूटी से वापस घर आया था। उसने अपनी बाइक घर के बाहर खड़ी की और मोहल्ले में हो रहे पथराव और फायरिंग को देखते हुए लोगों को समझाने का प्रयास किया। अंकित के समझाने पर हिंदू पक्ष के लोग तो वापस लौट गए गए, लेकिन जब वह आप पार्षद को समझाने का प्रयास कर रहे थे तो सैकड़ों लोगों की भीड़ ने अंकित को खींच लिया और आप पार्षद ताहिर हुसैन के घर में खींचकर उसकी निर्ममता से हत्या कर दी। उसके शव को नाले में फेंक दिया गया।
मृतक अंकित शर्मा का शव गुरुवार को उनके पैतृक गांव बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र इटावा गांव लाया गया। जहां अंकित शर्मा का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। मुजफ्फरनगर से सांसद व केंद्रीय पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री संजीव बालियान भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद देर शाम अंकित शर्मा का नम आंखों से अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं दूसरी तरफ थाना छपार क्षेत्र के गांव खुड्डा निवासी परवेज पुत्र रसीद का शव देर रात मुजफ्फरनगर पहुंचा। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने नम आंखों से परवेज के शव को सुपुर्दे खाक किया।