दरअसल, मामला बुढाना तहसील क्षेत्र के गांव बड़कता का है, जहां गांव बड़कता निवासी सतपाल को ग्राम पंचायत सचिव ने उसके जीते जी कागजों में मृत घोषित कर उसकी वृद्धावस्था पेंशन लगभग 10 माह से बंद कर रखी है। पेंशन ना मिलने से ग्रामीण सतपाल तहसील परिसर में सम्पूर्ण समाधान दिवस में ‘मैं जिंदा हूं की’ तख्ती लगाकर पहुंचा। ग्रामीण ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह गरीब किसान है। सरकार द्वारा सतपाल को किसान वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थी। किसान को करीब 10 माह से पेंशन मिलनी बंद हो गई।
उसने जब समाज कल्याण विभाग में जानकारी ली तो पता चला कि ग्राम सचिव ने उसे मृतक दर्शा रखा है। ग्रामीण ने ग्राम सचिव व जांचकर्ता के विरुद्ध इस प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई। इस पर अधिकारियों ने खंड विकास अधिकारी को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी अर्चना वर्मा से मामले की जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति शिकायत लेकर आया था, उसकी जांच कराई जा रही है। जैसे ही जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।