इसके साथ ही एक किसान
रोबिन पंवार ने अब आजमी का सर काटकर लाने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। जाटों का कहना है की राजनीति अलग है समाज अलग। अबू आजमी उस व्यक्ति का नाम बताएं जिसने किसी मौलाना के पैर छुए हों और उस मौलाना का नाम बताएं जिसके पैर छुए गए हों। जाट समाज के गुस्साए लोगों ने कहा है कि अबू आजमी को अपने बयान पर माफी मांगने चाहिए। यह भी मांग की है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से अबू आजमी को तत्काल प्रभाव से अपनी पार्टी से निष्कासित करना चाहिए।
दरअसल सपा नेता
अबू आजमी ने एक टीवी चैनल में साक्षात्कार के दौरान उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की बढ़त का जिक्र करते हुए कहा है कि मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगे के बाद वहां के जाटों ने मौलाना के पैर छुए और माफी मांगी। सपा नेता अबू आजमी के इस बयान के बाद पूरे
पश्चिम उत्तर प्रदेश में जाटों में बहुत गुस्सा देखने को मिल रहा है। हालांकि कुछ जाटों का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2022 से पहले मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए
सांप्रदायिक दंगो का जिक्र करके राजनीतिक पार्टी चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है जो एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है।