मीटिंग में विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ ही सामाजिक संगठनों और शिक्षण संस्थानों से जुड़े लोग भी मौजूद थे। दरअसल, पिछले काफी समय से जनपद मुजफ्फरनगर में ई रिक्शा और वाहनों के चलते जनपद की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी। जिसके चलते बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित लोकवाणी भवन में मुख्य विकास अधिकारी अर्चना वर्मा ने सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग ली। इस मीटिंग में सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को यातायात नियमों का पालन कराने को लेकर सख्ती के साथ व्यवस्था बनाने पर चर्चा की गयी।
बैठक में स्कूलों वाहनों की भी शिकायत सामने आयी। वाहन चालकों के द्वारा सीट बेल्ट और अन्य नियमों का पालन नहीं कराये जाने को लेकर समाने आयी शिकायत पर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को नियमित चैकिंग करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही शहर में हेलमेट का पालन कराने के लिए सख्ती के साथ चैकिंग कराने और लोगों को इसके लिए जागरुक करने को अभियान चलाने पर भी विचार विमर्श किया गया। मुख्य विकास अधिकारी अर्चना वर्मा ने बताया कि यातायात नियमों का पालन कराने के लिए प्रत्येक तीन माह में जिला स्तर पर गठित सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग का आयोजन कराया जाता है।
इसी समिति की मीटिंग में सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करने और नियमों का सख्ती के साथ पालन कराने के लिए जोर दिया गया है। इसके लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये हैं। शहर में हेलमेट के प्रयोग को लेकर जल्द ही अभियान चलाया जायेगा। मीटिंग में एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार, नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, एसपी ट्रैफिक बीबी चैरसिया, एआरटीओ प्रशासन राजीव कुमार बंसल, एआरटीओ प्रवर्तन विनीत कुमार मिश्रा, एआरएम बीपी अग्रवाल, टीएसआई राजेश कुमार, डा. प्रेरणा मित्तल, आसिफ राही आदि मौजूद रहे।