यह भी पढ़ें- मुरादनगर हादसे में नया खुलासा: घटिया सामग्री की कई बार डीएम से की थी शिकायत, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई दरअसल, मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव मंडवाड़ा निवासी 30 वर्षीय सलमान पुत्र शहीद मजदूरी करता था। बताया जा रहा है कि मिस्त्री पर उसके दिहाड़ी के पैसे निकल रहे थे, जिसको मांगने पर दोनों पक्षों में गाली-गलौज और हाथापाई हो गई। हाथापाई के दौरान नाई की दुकान पर पेट में कैंची घोपने से युवक घायल हो गया। परिजन घायल युवक को कस्बे के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां से उसे गंभीर हालत में मेरठ अस्पताल के रेफर कर दिया गया। युवक ने मेरठ ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि घटना के बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए गांव में एक पंचायत हुई, जिसमें मृतक के परिजनों को चार लाख का मुआवजा और आरोपी को 6 माह के लिए जिला बदर करने का फरमान जारी किया गया था। यह बात मृतक सलमान के परिजनों ने स्वीकार नहीं की और उसके हत्यारोपी को सजा दिलवाने के लिए जानकारी पुलिस को दे दी। हालांकि पंचायत को लेकर पुलिस का कहना है कि पंचायत की कोई भी बात उनके संज्ञान में नहीं है।