इनके पास से मोबाइल वीडियो क्लिप, व्हाट्सएप वॉइस और फोटो बरामद हुए हैं। आरोप है कि ये तीनों युुवक सेना से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे। वहीं मुजफ्फरनगर के युवकों के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को फंसाया जा रहा है और वह बेकसूर हैं। उधर, मुजफ्फरनगर के पुलिस अधिकारियों इस तरह की किसी सूचना होने से इनकार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव के रहने वाले दो युवक महताब और रागिब मिल्ट्री क्षेत्र में चल रहे मेस बिल्डिंग निर्माण कार्य के लिए लेबर के रूप में काम करने के लिए 12 दिन पहले हरियाणा के हिसार गए थे। आरोप है कि वह सेना की गतिविधियों को लगातार अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे। मिल्ट्री इंटेलिजेंस और मिल्ट्री पुलिस ने शुक्रवार इन दोनों को शामली के एक और युवक के साथ सेना की जासूसी के आरोप में हिरासत में ले लिया।
बताया जा रहा है कि इनके मोबाइल में वीडियो क्लिप, व्हाट्सएप वॉइस और कुछ फोटो बरामद किए गए हैं। आरोप है कि ये तीनों पाकिस्तान के जासूसों के संपर्क हैं और सेना की जासूसी कर रहे थे। इन्हें सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान जानकारी भेजने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इन तीनों से पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि हिसार छावनी में मिल्ट्री इंजीनियर सर्विस की बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है। उसके लिए एक कन्सट्रक्शन कंपनी द्वारा मजदूरों को भेजा गया था। इन्हीं में पकड़े गए तीनों आरोपित शामिल थे। इंटेलिजेंस द्वारा पकड़े गए युवकों में से एक के फोन से पाकिस्तान के नंबर पर बातचीत की बात सामने आई। जब उससे पूछ गया तो उसने बताया कि उसका रिश्तेदार पाकिस्तान में रहता है। कभी वह मामा के पाकिस्तान में होने की बात कह रहा है तो कभी बुआ के होने की।
परिजन बोले- हमारे बच्चे बेकसूर मुजफ्फरनगर के रहने वाले युवकों के बारे में जैसे ही परिजनों को जानकारी लगी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके साथ ही गांव में दिन निकलते ही पंचायत बैठ गई और अब इस पर लगातार चर्चा हो रही है। हिरासत में लिए गए युवकों के परिजनों का कहना है कि उन्हें सिर्फ इतना पता चला है कि वह हिसार काम पर गए थे।वे वहां पर वेल्डिंग का काम किया करते हैं। यहां से सब ठेकेदार के साथ गए थे। हमें न्यूज से पता चला है कि हमारे बच्चों को हिरासत में लिया गया है। हमारे बच्चे बेकसूर हैं। कोई भी हमारे गांव में हमारे बारे में पता कर ले। वहीं ग्रामीणों की मानें तो दोनों युवक कई वर्षों से वेल्डिंग का काम करते आ रहे हैं। मुजफ्फरनगर के लगभग 6 लोग वहां (हिसार) पर काम करने गए हैं।