निकाय चुनाव में खतौली नगर पालिका अध्यक्ष का पद पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित था। राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर हाजी शाहनवाज लालू ने खुद को कलाल जाति का बताते हुए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। मामले में खतौली से उनके सामने चुनाव लड़े इस मामले में उनके सामने चुनाव लड़े दो प्रत्याशियों कृष्णपाल और जमील अंसारी ने डीएम से शिकायत करते हुए कहा कि शाहनवाज लालू मुस्लिम शेख है। शेख समान्य जाति में आते हैं। उन्होंने गलत तरह से खुद को कलाल बताते हुए पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र बनवाया है। स्कूल के रिकॉर्ड में शाहनवाज की जाति शेख ही दर्ज है। शिकायत पर डीएम ने चार सदस्य कमेटी बनाकर इस मामले की जांच का आदेश दिया। समिति ने पाया कि 2017 में शाहनवाज ने ये सर्टिफिकेट बनावाया है, उससे पहले हर जगह उन्होंने खुद को सामान्य जाति का ही बताया है। ऐसे में समिति ने शाहनवाज के सर्टिफिकेट को गलत मानते हुए इसे निरस्त करने के निर्देश तहसीलदार खतौली को दे दिए हैं।
शाहनवाज लालू का ओबीसी जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने के आदेश आने के खतौली के पूर्व चेयरमैन, भाजपा नेता पारस जैन ने दोबारा चुनाव की मांग की है। जैन ने कहा कि लालू का चेयरमैन की कुर्सी पर काबिज रहना गलत है। वो अधिकारों का दुरुपयोग भी कर सकते हैं। ऐसे में शाहनवाज लालू को पदमुक्त करते हुए फिर से इलेक्शन कराया जाए।